राजस्थान में हाल ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। इसके लागू होने के बाद से चुनाव प्रचार और नेताओं की बयानबाजी में तेजी आई है। राज्य के दो प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में पूरी जी-जान से जुटी हुई नज़र आ रही है। हाल ही केन्द्रीय मंत्री और राजस्थान भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनने का दावा किया है। जावड़ेकर ने कहा कि इस बार राजस्थान में सत्ता परिवर्तन का ट्रेंड बदलने वाला है। गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तरह राजस्थान भी इस बार भाजपा के साथ जाएगा। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में राजस्थान भाजपा के लिए कुछ नई समितियां बनाने का भी ऐलान किया है। जिससे चुनावी रणनीति को जमीनी स्तर पर उतारने में मदद मिल सके।
विपक्ष के हमलों का करारा जवाब देगी भाजपा
राजस्थान भाजपा चुनाव प्रभारी जावड़ेकर रविवार को राजधानी जयपुर में आयोजित भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक में भाग लेने के लिए आए थे। इस बैठक में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल रही। सीएमआर में आयोजित हुई बैठक में चुनाव की तैयारी को लेकर रणनीति बनाई गई। बैठक में विपक्ष के हमलों का करारा जवाब किस प्रकार से देना है इस पर चर्चा हुई। प्रदेश भाजपा की इस बैठक में तय किया गया कि समिति के संयोजक और सह-संयोजक 10 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक प्रदेश दौरे पर रहेंगे। ये पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और जमीनी हकीकत का भी जायजा लेंगे।
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आक्रामक होकर सत्ता विरोधी लहर का मुकाबला करेगी भाजपा
राजस्थान भाजपा की इस बैठक में पार्टी नेताओं ने कई आगामी चुनावों को लेकर कई सुझाव दिए, जिसे प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी नोट किया। प्रदेश भाजपा ने तय किया है कि आने वाले दिनों में और आक्रामक होकर सत्ता विरोधी लहर का मुकाबला किया जाएगा। इसके लिए पार्टी अपने स्तर पर तैयारियां कर रही है। इस बैठक में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ ही प्रदेश चुनाव संचालन समिति के संयोजक और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह और प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना समेत कई वरिष्ठ भाजपा नेता शामिल हुए थे।