सचिन पायलट के किसानों के बिजली के बिल माफ किए जाने को लेकर के बयान पर पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को गैर राजस्थानी बताया है। उन्होंने पायलट के गैर राजस्थानी होने के मुद्दे को उठाते हुए पूछा कि पायलट राजस्थान के किस कौने और गांव के रहने वाले हैं? उन्होंने कहा कि जो लोकसभा सीट का चुनाव नहीं जीत सके वे मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। उनकी पार्टी टुकड़ों में बंटी हुई है। असल में राठौड़ ने पायलट के उस बयान पर पलटवार किया है जो कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने भरतपुर में पहाड़ी किसानों की एक सभा में भाजपा सरकार के खिलाफ दिया था। यहां सचिन पायलट ने कहा, ‘चुनाव घोषणा से ठीक पहले वसुंधरा राजे की ओर से किसानों को लेकर की गई घोषणा गलत है।’ इस पर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ने पायलट को स्वयंभू मुख्यमंत्री बताया।
राठौड़ ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने किसानों को मुफ्त बिजली दी है इसलिए इसका विरोध पायलट कर रहे हैं। राठौड़ बोले कि पायलट कहते है कि मैं अकेला ही कबड्डी खेलूंगा। इसका मतलब यह है कि उन्हें किसी के साथ की जरूरत नहीं है। इसके दूसरी ओर, हमारी भाजपा सरकार आमजन के विकास के लिए कृत संकल्पित है।
बता दें, सचिन पायलट यह सब बयानबाजी उस समय कर रहे हैं जब पिछले कई महीनों से राजस्थान सरकार की ओर से किसान हितकारी योजनाओं की लगातार बारिश हो रही है। अभी हाल ही में राजे सरकार ने प्रदेश के किसानों का 50 हजार रुपए तक का कर्ज माफ किया है। वहीं प्रदेश सरकार ने रबी की फसल का न्यूनतम मूल्य डेढ़ गुना तक बढ़ा दिया है।
क्या है सरकार की मुफ्त बिजली योजना
हाल ही में आचार संहिता से ठीक पहले एक बड़ी राहत देते हुए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने किसानों को फ्री बिजली देने की घोषणा की है। इसके तहत प्रदेश के 12 लाख से अधिक किसानों को कृषि कार्य के लिए बिजली कनेक्शन पर एक साल में 10 हजार रुपए तक बिजली मुफ्त बिजली मिलेगी। यह फायदा डीबीटी के जरिए अनुदान के रुप में दिया जाएगा। किसानों को पहले बिल चुकाना होगा, इसके बाद सरकार की ओर से उसके बैंक खाते में अधिकतम हर महीने 833 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। इससे सरकार पर एक हजार करोड़ रुपए सालाना का अतिरिक्त वित्तीय भार आएगा।
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