राजस्थान में विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही विपक्षी पार्टी कांग्रेस, सत्ताधारी बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेने से नहीं चूक रही है। इसी क्रम में एक बार फिर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने सरकार पर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं के लिए बजट नहीं दे रही है, जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
आइए जानते हैं कि स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर सरकार पर आरोप लगाने वाले पायलट का दावा कितना सच और कितना झूठ है…
दावा- राज्य के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सरकार ने पर्याप्त बजट नहीं दिया।
हकीकत- राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रत्येक वर्ष स्वास्थ्य क्षेत्र को प्राथमिकता देते हुए बजट में पर्याप्त धनराशि आवंटित की है। साथ ही गरीबों व जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना काफी फायदेमंद साबित हो रही है। सिर्फ इस योजना के अन्तर्गत ही वसुंधरा सरकार ने अब तक करीब 1 हजार 553 करोड़ रु खर्च कर प्रदेश के 22 लाख से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाया है। वहीं पिछली सरकार ने निःशुल्क दवा योजना में महज 300 करोड़ रु खर्च किए थे जबकि वर्तमान सरकार 500 करोड़ रु खर्च कर चुकी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत भी सरकार बच्चों की गंभीर बीमारियों का निःशुल्क उपचार करवा रही है।
निष्कर्ष- वसुंधरा सरकार पर लगाए गए सचिन पायलट के दावों में कोई सच्चाई नहीं है। अपितु सच तो यह है कि राजस्थान सरकार की बेहतर चिकित्सा सुविधाओं का लाभ पाने के लिए अन्य राज्यों से भी मरीज यहां आ रहे हैं और इलाज करवा रहे हैं। अतः स्पष्ट है कि राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट का दावा 85 प्रतिशत झूठा है।
सच्चाई: 15 % झूठ:- 85 %
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