प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की बीजेपी सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। मोदी सरकार ने किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने के अपने लक्ष्य की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। सरकार ने देशभर के किसानों को बड़ी सौगात देते हुए खरीफ की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने खरीफ की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री राजे ने केन्द्रीय मंत्रिमण्डल द्वारा 2018-19 के लिए समर्थन मूल्यों में वृद्धि के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का जो सपना देखा है उसे साकार करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। बता दें, पीएम मोदी ने एक मैग्ज़ीन को दिए साक्षात्कार में भी एमएसपी रेट बढ़ाने के संकेत दिए थे।
किसानों की तरक्की और उन्नति के लिए राज्य सरकार प्रयासरत
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि केन्द्र सरकार ने वित्त वर्ष के बजट में किसानों को उनकी फसल के लिए लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने की घोषणा की थी जो अब पूरी हो गयी है। उन्होंने कहा कि इस कदम से प्रदेश के लाखों किसानों सहित देशभर के करोड़ों किसान लाभान्वित होंगे। राजे ने कहा कि प्रदेश में किसानों की तरक्की और उन्नति के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पिछले साढ़े चार वर्ष में राज्य सरकार करीब 11 हजार 466 करोड़ रुपए की 3 करोड़ 46 लाख क्विंटल उपज प्रदेश के किसानों से खरीद चुकी है। सरकार ने पांच साल पूरे होने से पहले करीब 17 हजार करोड़ रुपए की खरीद का लक्ष्य तय किया है, जो किसानों की आय को 2022 तक दोगुनी करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है।
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राजस्थान ब्याज मुक्त फसली ऋण देने के मामले में देश में अग्रणी राज्य
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि प्रदेश के किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के अलावा उन्हें संबल प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने और भी कई कदम उठाए हैं। प्रदेश के इतिहास में पहली बार सहकारी बैंकों से जुड़े 29 लाख से अधिक लघु, सीमांत और अन्य किसानों के 50 हजार रुपए तक के ऐतिहासिक कृषि ऋण माफ किए गए हैं। सीएम राजे ने कहा कि राजस्थान ब्याज मुक्त फसली ऋण देने के मामले में देश में अग्रणी बन चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 66 हजार 500 करोड़ रुपए से भी अधिक फसली ऋण किसानों को उपलब्ध कराया जा चुका है। वहीं फसली ऋण लेने वाले किसानों को दुर्घटना बीमा से जोड़ते हुए उनकी बीमा राशि को भी 50 हजार से बढ़ाते हुए 10 लाख रुपए तक कर दिया गया है।