प्रदेश में 4 एवं 5 जून को प्रदेश के 33 जिलों की 67 ग्राम सेवा सहकारी समितियों पर आयोजित हुए ऋणमाफी शिविरों में 15 हजार 437 किसानों का 45.85 करोड़ रूपए का ऋण माफ किया है। शिविरों में ही किसानों को 9 करोड़ रूपए से अधिक का फसली ऋण भी स्वीकृत किया गया। जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में जिला प्रभारी मंत्री, जिला प्रभारी सचिव एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किसानों को कर्जमाफी के प्रमाण-पत्र दिए गए। यह जानकारी रजिस्ट्रार, सहकारिता राजन विशाल ने बुधवार को दी।
11,897 लघु एवं सीमान्त किसानों के ऋण माफी राशि में 33.36 करोड़ रुपए का मूलधन, 170 लाख रुपए ब्याज एवं 20.96 लाख रुपए शास्ति सहित कुल 35.27 करोड़ रूपए का ऋण माफ किया गया है। 3,540 अन्य किसानों का 10.59 करोड़ रुपए का ऋण माफ हुआ है।
उन्होंने बताया कि किसानों को ऋणमाफी प्रमाण पत्र मिलते ही उनके चेहरों पर चमक साफ देखी जा सकती थी। राज्य सरकार की किसान हित में लागू की गई ऋणमाफी योजना से उन्हें संबल तो मिला है और साथ ही आगे पुनः काश्त करने के लिये ऋण स्वीकृत होने से उनकी खुशी दुगुनी हो गई है। रजिस्ट्रार, सहकारिता ने बताया कि शिविरों में किसानों को ऋणमाफी प्रमाण पत्र देने के साथ ही नया ऋण भी स्वीकृत किया जा रहा है। इन शिविरों में एक हजार 846 किसानों को उनके आवेदन पर 9 करोड़ रुपए से अधिक का फसली ऋण स्वीकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि ऐसे किसानों को राज सहकार व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना के तहत 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर का लाभ दिया जा रहा है।
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