राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक कल्याण सिंह चौहान की बुधवार तड़के लंबी बीमारी के चलते मृत्यु हो गई। विधायक चौहान पिछले लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। आज रात करीब करीब 2 बजे अचानक उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई जिसके बाद उन्हें उदयपुर के एक अमेरिकन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन चिकित्सकों की टीम के प्रयासों के बाद भी चौहान को नही बचाया जा सका। इसके बाद उनके परिजन पार्थिव देह को लेकर नाथद्वारा में उनके मूल गांव डगवाड़ा पहुंचे गए हैं। जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। 18 नवम्बर 1959 को जन्मे कल्याण सिंह अपने पीछे पत्नी कल्पना कंवर, चार पुत्र और दो पुत्रियां छोड़ कर गए है।
मुख्यमंत्री राजे संवेदना जताने पहुंची नाथद्वारा, मंत्री कटारिया और राठौड़ भी साथ
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आज सुबह बीजेपी विधायक कल्याण सिंह चौहान की मौत की ख़बर सुनने के बाद शोक संतप्त परिवार के प्रति शोक संवेदना जताने के लिए नाथद्वारा के लिए रवाना हुई। उनके साथ गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया और मंत्री राजेन्द्र राठौड़ भी साथ है। इससे पहले सीएम राजे ने ट्वीट करते हुए लिखा, नाथद्वारा के ऊर्जावान और लोकप्रिय विधायक कल्याण सिंह चौहान के असामयिक निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त करती हूँ। चौहान भाजपा संगठन का एक अभिन्न अंग थे और उनका निधन मेरे और समस्त भाजपा परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि, मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह कल्याण सिंह चौहान जी की आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को इस दुखद घड़ी में धैर्य एवं साहस प्रदान करे।
मुख्यमंत्री पद के दावेदार कांग्रेस नेता सीपी जोशी को 1 वोट से हराकर आए थे चर्चा में
नाथद्वारा से दूसरी बार विधायक रहे कल्याण सिंह चौहान उस समय चर्चा में आये थे, जब 13वीं विधानसभा के लिए 2008 में हुए चुनावों में उन्होंने कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार नेता सीपी जोशी को मात्र 1 वोट से चुनाव हराकर जीत दर्ज की थी। सीपी जोशी उस समय कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री के सबसे मजबूत दावेदार थे। लेकिन उस एक वोट से मिली हार ने जोशी से मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी खींच ली थी।
विधायक कल्याण सिंह चौहान की मृत्यु के बाद राजस्थान विधानसभा में फिर सदस्यों की संख्या 199 रह गयी है। हाल ही में भीलवाड़ा जिले की मांडलगढ़ विधानसभा सीट के रिक्त होने से उपचुनाव हुए हैं। जिसके बाद विधानसभा में विधायकों की संख्या 200 हो गई थी। लेकिन चौहान के निधन से एक विधायक फिर से कम हो गया है। विधानसभा में अभी बजट सत्र चल रहा है, ऐसे में बुधवार को सदन में विधायक कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा जाएगा। उसके बाद सदन की दिनभर की कार्यवाही स्थगित भी की जा सकती है।
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