पोकरण के उपखंड भणियाणा क्षेत्र की ग्राम पंचायत झलारिया में रहने वाले एक युवक ने अपनी सगाई में टीके में आए 1.51 लाख रूपए के नेग को लौटाकर दहेज प्रथा बंद करने की विनती की। साथ ही इस रूपयों से घर में शौचालय बनाने को कहा। ऐसा कारनामा कर इस युवक ने अनायास ही स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाने का काम किया है। इस युवक का नाम है करणसिंह जिसने अपने टीके में आई राशि को वापिस लौटाकर न केवल दहेज प्रथा को खत्म करने का संदेश दिया, साथ ही ससुराल पक्ष की सहमति से इन्हीं पैसों से एक शौचालय बनाने का कहकर स्वच्छ भारत अभियान/स्वच्छता का संदेश भी दिया।
करणसिंह के इस कदम से आसपास के कई गांवों में उसकी जमकर प्रशंसा हो रही है। करणसिंह के पिता ने भी उसकी भूरी-भूरी पशंसा की है। उनके पिता भागसिंह ने बताया कि दुर्भाग्य से अभी दहेज प्रथा चल रही है। यह प्रवृत्ति भाग परिवारों के विघटन व विखंडन का सबसे बड़ा कारण है। टीका लेना तो बेटी को बेचना जैसा हुआ। उन्होंने सभी लोगों से अपने माता-पिता, पुत्र व पुत्रवधुओं से केवल यह कामना करने को कहा कि वह वृद्धावस्था में उनकी सेवा करें। निश्चित रूप से करणसिंह की यह पहल स्वच्छ भारत अभियान की दिशा में एक अग्रणी कदम कहा जा सकता है।