राजस्थान सरकार ने दुब्बी के पास बनास नदी पुल से टकराकर बस नीचे गिरने वाली घटना में मृतकों के परिजनों को 2 लाख तथा घायलों को 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। शनिवार सुबह हुई इस बड़ी घटना में 33 लोगों की मृत्यु हो गई तथा 7 लोग घायल हो गए। इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रभारी मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रूपए की आर्थिक सहायता तथा प्रत्येक घायल को पचास हजार रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इससे पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बनास नदी बस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और अधिकारियों को घायलों के शीघ्र उपचार तथा सभी प्रभावितों एवं उनके परिजनों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिला प्रभारी मंत्री शेखावत ने इस घटना पर दुख जताते हुए बताया कि शनिवार को सवाई माधोपुर से लालसोट की ओर सुबह 7 बजे एक मिनी बस के नदी में गिरने की सूचना मिलने पर एसएचओ सूरवाल मय पुलिस टीम को लेकर तथा ग्रामीणों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। इसके तत्काल पश्चात जिला कलेक्टर के.सी. वर्मा तथा जिला पुलिस अधीक्षक मामन सिंह भी घटना स्थल पर पहुंच गए थे।
घटना की सूचना मिलने के पश्चात ये पहुंचे:
जिला प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिला प्रशासन, पुलिस तथा ग्रामीणों की तत्परता से सात लोगों की जान बचाई जा सकी। घटना की सूचना मिलने के पश्चात भरतपुर संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार, संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल, गंगापुर विधायक मानसिंह गुर्जर तथा सवाई माधोपुर विधायक राजकुमारी दिया कुमारी घायलों से मिलने पहुंची। सभी ने घायलों से उनकी कुशलक्षेम की जानकारी लेकर उन्हें सात्वना भी दी। संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार ने बताया कि सवाई माधोपुर जिले में मलारना डूंगर तहसील में मलारना चौड़ पंचायत समिति मुख्यालय पर रामदेव जी का एक मन्दिर है जहां मंगलवार व शनिवार को दूर दराज से यात्री एवं दर्शनार्थी आते हैं। उन्होंने बताया कि यहां मध्यप्रदेश, बिहार, आसाम, यूपी से यात्री ट्रेनों से आकर सवाई माधोपुर स्टेशन पर उतरकर बस के माध्यम से लोग मंदिर दर्शन करने जाते हैं। इस प्रकरण में शनिवार को सुबह एक निजी बस में सवार होकर ये लोग मलारना चौड़ जा रहे थे। प्रथम दृष्टया बनास नदी के पुल पर किसी वाहन को ओवरटेक करने अथवा वाहन पर अपना नियंत्रण खोने की वजह से बस गलत साईड में रैलिंग तोड़कर नदी में गिर गई।
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पानी में दम घुटने से मृतकों का आंकड़ा पहुंचा 33 पर: इस हादसे में बस के पुल से टकराकर पानी में गिरने के दौरान तड़के ठंड होने के कारण बस की सभी खिड़कियां बंद थी, जिसकी वजह से हादसे के शिकार लोग बस से बाहर नहीं निकल सके। इस वजह से मृतकों की संख्या 33 पर पहुचं गई। बता दें, नदी की गहराई 100 फिट है एवं नदी में 7 फीट से ज्यादा पानी भरा था। लोगों की पानी में गिरने एवं दम घुटने से मृत्यु हो गई। जिला प्रशासन, पुलिस तथा ग्रामीणों की ओर से किए गए बचाव कार्य में 32 डेड बॉडीज को पानी से बाहर निकालकर सवाई माधोपुर सामान्य चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया। बाद में एनडीआरएफ की टीम ने एक और मृतक के शव को नदी से निकालकर मोर्चरी में भिजवाया। पुलिस तथा प्रशासन एवं सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं उनकी टीम मृतकों की पहचान कर उनके शवों का पोस्टमार्टम कर उनके परिजनों को सुपुर्द किया।