जयपुर। दुनियाभर में सात अजूबे है। अब आठवां अजूबा, राजस्थान में तैयार हो रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ड्रीम प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। इसके तहत कोटा के चंबल रिवर फ्रंट पर विश्व की सबसे बड़ी घंटी का निर्माण होने जा रहा है। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि चंबल रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट कोटा को विश्वव्यापी पहचान दिलायेगा ओर पर्यटन के क्षेत्र मे रोजगार के भी बड़े अवसर इस प्रोजेक्ट के जरिए मुहैया होंगे।

चंबल रिवर फ्रंट पर बन रहा है आठवां अजूबा
चंबल रिवर फ्रंट पर विश्व का आठवां अजूबा यानी दुनिया की सबसे बड़ी घंटी का निर्माण किया जा रहा है। अपने आप मे बेमिसाल घण्टी की इस एक कलाकृति में 3 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेंगे। वैसे तो कोटा में सात अजूबे विश्व में पर्यटक के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान दिला रहे हैं, लेकिन अब आठवां अजूबा विश्व की सबसे बड़ी घंटी के रूप में बन रहा है।

देवेंद्र कुमार आर्य बना रहे है सबसे बड़ी घंटी
अपनी खास पहचान बना चुके कोचिंगनगरी में एक और घण्टी के रूप में आठवां अजूबा बनने को तैयार है। स्टील मैन ऑफ इंडिया के नाम से विख्यात इंजीनियर देवेंद्र कुमार आर्य अब चम्बल रिवर फ्रंट विश्व की सबसे बड़ी घंटी बना रहे हैं।

इस बेमिसाल घण्टी की उम्र रहेगी 5000 साल की
हालांकि संपूर्ण विश्व में दो बड़े घंटे-घण्टी है। सबसे बड़ी घंटी चाइना में तो दूसरी मास्को रूस में है। वही अब कोटा में 8.5 × 9.25 मीटर की विश्व की सबसे बड़ी घण्टी का निर्माण होने जा रहा है। सबसे बड़ी इस घण्टी की खासियत यह रहेगी कि यह दुनिया की एकमात्र व सबसे बड़ी सिंगल पीस कास्टिंग होगी।