राजस्थान को शर्मसार करने वाली एक घटना प्रतापगढ़ जिले में हुई। गर्भवती महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने के इस मामले में पुलिस ने प्राथमिक तौर पर 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग समेत 4 को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में पति भी शामिल है। मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। प्रतापगढ़ जिले के धरियावद कस्बे में भारतीय जनता पार्टी की ओर से विरोध प्रदर्शन का किया गया।
रैली निकालकर नारेबाजी की गई और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। एडीजी दिनेश एमएन ने मीडिया को जानकारी दी है कि जांच जारी है। वीडियो और पूछताछ के आधार पर हम आरोपियों तक पहुंच रहे हैं। मामले में अब तक 7 को गिरफ्तार किया जा चुका है और 4 हिरासत में हैं, इनमें से एक नाबालिग है।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से सुबह धरियावद कस्बे में रैली निकाली गई। फिर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि जिले में अमानवीय घटना घटी है। एक आदिवासी महिला का अपहरण कर उसे बीच बाजार में नग्न घुमाया गया है। राजस्थान सरकार एक निष्क्रिय सरकार बन गई है, जिसमें आमजन में भय और अपराधियों का भय समाप्त हो गया है। राजस्थान में हर दिन एक नई घटना हो रही है। राजस्थान सरकार की विफलताओं के कारण कानून व्यवस्था अस्तित्वहीन है।
ऐसी सरकार और कानून व्यवस्था में विफल सरकार को बर्खास्त कर भारतीय संविधान के तहत राष्ट्रपति शासन लगाना जरूरी हो गया है ताकि जनता चैन की नींद सो सके। फिलहाल राजस्थान के लोगों में इस बात का डर है कि न जाने कौन सी घटना घट जाए। राजस्थान वर्तमान में बलात्कार में नंबर 1, भ्रष्टाचार में नंबर 1 और अन्य आपराधिक गतिविधियों में नंबर 1 है। इन सबका श्रेय राजस्थान की वर्तमान कांग्रेस सरकार को जाता है।
मांग है कि निष्क्रिय सरकार को समय रहते बर्खास्त किया जाए और अपराधियों की पहचान कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। पीड़िता को आर्थिक राहत एवं सहायता प्रदान की जाए।