हाल ही में देश के पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए। इन विधानसभा चुनावों के लिए 6 अक्टूबर, 2018 को आदर्श आचार संहिता लागू की गई थी। चुनाव समाप्ति के बाद गुरुवार 13 दिसंबर, 2018 को आदर्श आचार संहिता समाप्त हो गई है। राजस्थान समेत पांचों राज्यों में अब सभी रुके हुए काम शुरू हो सकेंगे। राजस्थान के मुख्य सीईओ आनंद कुमार ने राज्यपाल को नवनिर्वाचित विधायकों की सूची भी हाल ही सौंप दी है। अब प्रदेश में जिन कार्यों पर चुनाव के आचार संहिता के कारण रोक लगी हुयी थी वो हो सकेंगे।
इस बार प्रदेश में पिछली बार के मुकाबले 1 दिन ज्यादा रही आदर्श आचार संहिता
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लगने के बाद भी जनता से जुड़े हुए काम नहीं रुके। भारत निर्वाचन आयोग ने जनहित से जुड़े कार्यों को तत्काल मंजूरी दी थी। राज्यपाल कल्याण सिंह को नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सौंप दी गई है। इसी के साथ प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता समाप्त हो गई है। इस बार प्रदेश में पिछली बार के मुकाबले आचार संहिता 1 दिन ज्यादा रही। बता दें, 2013 विधानसभा चुनाव में 68 दिन आदर्श आचार संहिता रही थी, जबकि 2018 के विधानसभा चुनाव में 69 दिन प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू रही।
अब प्रदेश में हो सकेंगे ये कार्य
राजस्थान में आदर्श आचार संहिता हटने के बाद अब वित्तीय स्वीकृति हो सकेगी और सरकार नई घोषणाएं कर सकेंगी। सभी सरकारी वेबसाइट पर मंत्रियों के फोटो लग सकेंगे। अब सरकार की उपलब्धियों वाले होर्डिंग्स और प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व अन्य मीडिया में सरकारी विज्ञापन प्रकाशित, प्रसारित हो सकेंगी। नई सरकार घोषणाएं कर सकेंगी और मंत्री व विधायक सर्किट हाउस और डाक बंगलों उपयोग कर सकेंगे। राजस्थान में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद अब जल्द ही पार्टी मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर सकती है।