डिजिटल इंडिया की और राजस्थान के कदम भी अब धिरे धिरे अग्रसर हो रहे हैं। राज्य सरकार डिजिटल डिजिटर इंडिया की तर्ज पर डिजिटर राजस्थान बनाने के लिए कई अहम प्रयास कर रही हैं। इसी कड़ी में राजस्थान सरकार ने प्रदेश के अस्पतलों को भी अब कम्प्यूटराईज्ड करने की पहल शुरु की हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश के 68 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को कम्प्यूटराईज्ड करने का फैसला किया हैं। अब पूरे राजस्थान की 68 सीएचसी को कम्प्यूटराईज्ड किया जाएगा।
राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना
राजस्थान सरकार द्वारा चिकित्सा एंव स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढीकरण ने एक और पहले करते हुए आरोग्य ऑनलाइन के तहत प्रदेश की चयनित 68 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का कम्प्यूटराईजेशन से सूचनाओं का ऑनलाइन संधारण कर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना हैं। प्रदेश मे स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने लोगों को आरोग्य ऑनलाइन की सुविधा मुहैया करवाई हैं। इन सुविधाओं में ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर, इमरजेंसी रजिस्ट्रेशन काउंटर, स्वास्थ्य जांच, ब्लड बैंक , भर्ती, डिस्चार्ज, वार्ड व बैंड प्रबंधन, मेडिकल रिकॉर्ड, ऑपरेशन थियेटर आदि का रिकार्ड ऑनलाइन किया जाएगा।
आरोग्य ऑनलाइन परियोजना से मिलेगी चिकित्सा संबंधि जानकारियां
आरोग्य ऑनलाइन परियोजना के द्वारा राजकिय चिकित्सा संस्थानों में आने वाले हर मरीज को दी गई चिकित्सा सुविधा जैसे दवाएं, जांच, खून या फिर रैफर किया गया हो, की पूरी जानकारी अब एक क्लिक पर देखी जा सकेगी। जिससे मरीज औऱ मरीज के परिजनों को अस्पताल से संबंधित सभी जानकारियां ऑनलाईन एक क्लिक पर मिल सकेगा।
अस्पताल पर होगी जनता की सीधी नजर, भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम
इस व्यवस्था पर एक तरफ जहां कागजी रिकार्ड संधारण होने से मरीजों को आने वाली समस्याओं का सामना नही करना पडेगा वही अस्पताल अधिकारियों के घोटालों पर जनता की सीधी नजर रहेगी। इस परियोजना से मरीजों के कीमती समय की बचत होगी वहीं अस्पताल प्रबंधर को और बेहतर बनाया जा सकेगा। मरीज की दी गई दवाओं एंव जांच की रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध होने के साथ मोबाइल पर भी गी जा सकेगी।