राजस्थान सरकार जल्द ही प्रदेश में बड़ी संख्या में शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। इससे शिक्षक के रूप में करियर बनाने के लिए लंबे समय से तैयारी कर रहे युवाओं को अपने सपने साकार करने के अवसर प्राप्त होंगे। प्रदेश के शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने राज्य के आकांक्षापूर्ण जिलों के लिए केन्द्र सरकार स्तर पर विशेष ग्रांट दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विद्यालय क्रमोन्नति, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विकास आदि के लिए केन्द्र और सहयोग करे। राज्य सरकार शैक्षिक उन्नयन के केन्द्र के प्रयासों पर निरंतर खरा उतरी है और आगे भी यही प्रयास रहेगा कि राजस्थान शिक्षा में अग्रणी रहे। उन्होंने कहा कि राज्य में शीघ्र ही तृतीय श्रेणी के 54 हजार पदों पर नियुक्ति हो जाएगी। इसके बाद प्रदेश में शिक्षकों का कोई पद रिक्त नहीं रहेगा। शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी शासन सचिवालय में केन्द्रीय मानव संशाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से एनआईसी के जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंस में संवाद कर रहे थे।
बांरा, धौलपुर, सिरोही, करौली एवं जैसलमेर का नाम आकांक्षापूर्ण जिलों के लिए चयनित
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा कि राज्य के बांरा, धौलपुर, सिरोही, करौली एवं जैसलमेर जिले को आकांक्षापूर्ण जिलों के लिए चयनित किया गया है। इनमें शिक्षा गुणवत्ता के लिए सतत प्रयासों की पहल की गई है। शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य में आरटीई के तहत सभी स्थानों पर पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध करा दी गई है। आदिवासी बाहुल्य और डेजर्ट क्षेत्र के जिलों में सभी को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिले, इसके लिए प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के 12 वीं तक के सभी स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित कर दिए गए हैं। लर्निंग आउटकम के लिए भी विशेष प्रयास किए गए हैं। इसी से राजस्थान में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अनुपात तेजी से बढ़ा है।
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा कि विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षा के विकास के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। राज्य सरकार ने 10 हजार 673 पंचायत एजुकेशन अधिकारियों को इसके लिए लेपटॉप प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में लड़के-लड़कियों के लिए शतप्रतिशत टॉयलेट की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में 12 वीं तक के सभी विद्यालयों में बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। प्रयास यह है कि राज्य में शिक्षा का और समग्र और खास तौर से विकास आकांक्षी जिलों का तेजी से विकास हो।
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एचआरडी मंत्री जावड़ेकर ने सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों से वीसी के जरिए किया संवाद
इससे पहले केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देश के सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संवाद किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने देशभर में 117 जिलों को विकास आकांक्षी जिलों के रूप में चयनित किया है। सरकार चाहती है, इनका पूर्ण विकास हो। उच्च शिक्षा के लिए केंद्र सरकार ने 1668 करोड़ और स्कूल शिक्षा के लिए भी अधिकतम राशि स्वीकृत की है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि देश के रिमोट क्षेत्रों में भी राज्य सरकारें 30 छात्रों पर एक अध्यापक नियुक्त करें। राज्य लर्निंग आउटकम प्लान बनाए। लर्निंग आउटकम कैसे पूरा हो, इसके लिए केंद्र सरकार के स्तर पर मदद दी जाएगी। जावड़ेकर ने कहा कि केंद्र सरकार इस वर्ष 117 आकांक्षापूर्ण जिलों में से 99 जिलों में कार्य करेगी बाकी में अगले वर्ष कार्य किया जाएगा। उन्होंने देश में 17 नए मॉडल डिग्री कॉलेज खोले जाने और प्रत्येक के लिए 12 करोड़ स्वीकृत किए जाने की भी घोषणा की।