वसुंधरा राजे के नेतृत्व में वर्तमान राजस्थान ने सफलतापूर्वक 4 साल पूर्ण कर लिए हैं। राजे सरकार ने हाल ही में 13 दिसंबर को अपने कार्यकाल में सुराज चार साल पूरे किए हैं। इन चार साल में सरकार की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की। वैसे तो सभी जिलों में हजारों करोड़ों की लागत के विकास कार्य हुए हैं। लेकिन थार का मरूस्थल वाले जैसलमेर जिले में वर्तमान राज्य सरकार के चार साल के कार्यकाल में विकास की गंगा बही। आइये जानते हैं वर्तमान राजे सरकार ने जैसलमेर में कितना विकास किया है..
राजे सरकार ने जैसलमेर के विकास के लिए खर्च किए 1460 करोड़:
वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने जैसलमेर में आधारभूत संसाधनों के विकास एवं जन सेवाओं की सर्व उपलब्धता पर कुल 1460 करोड़ रूपये खर्च किए हैं। जैसलमेर जिले में पानी, बिजली, सडक, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा ग्रामीण विकास के उल्लेखनीय कार्य इस 4 वर्ष की अवधि में पूरे किए गए हैं। सड़क, विद्युत विकास से जिले में चारों ओर उजियारा फैला हुआ है। स्वास्थ्य सेवाओं व शैक्षणिक सुविधाओं में बढ़ोतरी से आमजन को राहत मिली है।
सड़क और भवन निर्माण के क्षेत्र में जमकर हुआ विकास: राजे सरकार के चार साल के कार्यकाल में अब तक जैसलमेर जिले में ग्रामीण गौरव पथ के प्रथम और द्वितीय चरण में 34.88 करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं। इसके अलावा नगरीय गौरव पथ में 5 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। इसी तरह मिसिंग लिंक योजना में 12.23 करोड़ रूपये खर्च किए गए। जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 23.34 करोड़ रूपये की सड़कों का निर्माण हुआ है। इसी प्रकार जोधपुर से रामदेवरा तक पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पद मार्ग के निर्माण पर 9.71 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। मांगणियार समाज के विकास के लिए उनकी 37 गाँव-ढाणियों को सडक से जोडने पर 21.25 करोड़ रूपये व्यय किए गए है। 3 राजस्व भवनों के निर्माण पर 3.77 करोड़, मॉडल स्कूल निर्माण पर 5.51 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। इसी तरह पुलिस के आवासों पर 7.71 करोड़, अल्पसंख्यक बालक व बालिका छात्रावास के लिए 3.81 करोड़ रूपये का विकास हुआ है। वाणिज्यिक पर 2.01 करोड़, तथा नवीन सूचना केन्द्र भवन निर्माण के लिए 2.46 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं।
पेयजल और ऊर्जा लिए करोड़ों का विकास किया: राजे सरकार ने जिले में पुर्नगठित जल योजना मोहनगढ़ के लिए 3.64 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। रामदेवरा के रामसरोवर को नहर के पानी से भरने के लिए 2.49 करोड़ रूपये का विकास कार्य हुआ है। जैसलमेर जिले में हर घर तक बिजली पहुंचाने के लिए दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना के तहत 163.87 करोड़ रूपये व्यय किए गए है। मुख्यमंत्री सबके लिए विद्युत योजना के तहत 6.90 करोड़ रूपये व्यय किए गए। जिले में कृषि कनेक्शन पर 87.20 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। ग्रामीण घरेलू विद्युत कनेक्शन पर 23.50 करोड़ रूपये व्यय किए गए। जिले में बीपीएल घरेलु विद्युत कनेक्शन पर 15.08 करोड़ रूपये व्यय किए गए। जैसलमेर के 298 गांवों में विद्युतीकरण पर 74.12 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं।
स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हुआ जमकर विकास: जैसलमेर जिले में चिकित्सा सेवाओं के विस्तार के तहत स्वास्थ्य उप केन्द्र के भवनों के निर्माण पर 1.06 करोड़ रूपये, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 0.92 करोड़ रूपये एवं मुख्यमंत्री राजश्री योजना के तहत 1.16 करोड़ रूपये के विकास कार्य हुए हैं। जिले में शिक्षा के लिए एस.एस.ए के अन्तर्गत सिविल वर्क पर 6.62 करोड़, आर.एम.एस.ए पर 18.70 करोड़ रूपये और छात्रवृति पर 2.25 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं।
ग्रामीण विकास और कृषि व पशुपालन: जैसलमेर जिले में सबको आवास के लक्ष्य के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना एवं इन्दिरा आवास योजना पर 39.50 करोड़ रूपये के विकास हुए हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना पर 348.72 करोड़ रूपये से लोगों को रोजगार मुहैया हुआ है और स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत 38.81 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। एमजेएसए अभियान के प्रथम चरण में 23.81 करोड़ रूपये व्यय किए गए तथा अभियान के द्वितीय चरण में 21.58 करोड़ रूपये व्यय किए गए। जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान शहरी के तहत 1.27 करोड़ रूपये व्यय कए गए। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना पर 2.05 करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं। जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन पर 7.88 करोड़ रूपये व्यय किए गए। नेशनल मिशन ऑन ऑयलसीड एण्ड ऑयलपॉम पर 2.94 करोड़ रूपये और राज्य योजना के तहत 1.93 करोड़ रूपये व्यय किए गए। उष्ट्र विकास योजना में 1.28 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। सोलर पम्प सैट पर 22.68 करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं।
Read More: राजे सरकार के चार साल: कल्याणकारी योजनाओं से अल्पसंख्यकों में बढ़ा आत्मविश्वास
पर्यटन एवं देवस्थानों का करोड़ों की लागत के कार्य से हुआ कायाकल्प: राजे सरकार ने जैसलमेर जिले में प्रसिद्ध लोक देवता रामदेव जी का पेनोरमा निर्माण पर 3.94 करोड़ रूपये खर्च किए हैं। कुलधरा गांव में विकास कार्य पर 4.76 करोड़, सोनार किले का पुनरूद्धार पर 2.86 करोड़ रूपये, राजकीय संग्रहालय में 2.08 करोड़ रूपये का विकास कार्य हुआ है। तनोटराय मंदिर में धर्मशाला व भोजनशाला का निर्माण कार्य पर 1.03 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं।