जयपुर। देशभर में कोचिंग सिटी के रूप में प्रसिद्ध राजस्थान के कोटा शहर में 24 घंटों के भीतर तीन छात्रों द्वारा सुसाइड का मामला सामने आने के बाद सनसनी फैल गई है। एक ही दिन में तीन कोचिंग छात्रों की मौत से शहर में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले नीट परीक्षार्थी अंकुश आनंद (18) और गया जिले के जेईई अभ्यर्थी उज्ज्वल कुमार (17) के रूप में हुई है। सूचना के बाद सिटी एसपी सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।

IG ने बुलाई आपात बैठक
कोटा शहर में एक ही दिन में तीन छात्रों द्वारा सुसाइड कर लेने से पुलिस प्रशासन सकते में आ गया है। कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स की लगातार बढ़ती सुसाइड के घटनाओं को लेकर कोटा रेंज आईजी प्रसन्न खमेसरा ने पुलिस अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है। इसमें कोचिंग संस्थान के संचालकों और हॉस्टल संचालकों को भी बुलाया गया है। वहीं सुसाइड करने वाले बिहार के छात्रों के शवों का मंगलवार को पोस्टमार्टम किया गया। सुसाइड की इन घटनाओं के बाद कोटा में चिंता की लहर है।

बैठक में कारणों और रोकथाम पर चर्चा
कोटा रेंज आईजी ने मंगलवार को पुलिस अधिकारियों, कोचिंग सेंटर्स और हॉस्टल संचालकों की बैठक बुलाई है। इसमें इसके कारणों और रोकथाम पर चर्चा की जाएगी। सुसाइड की सोमवार को ये तीन घटनाएं कोटा शहर के कुन्हाड़ी और जवाहर नगर पुलिस थाना इलाको में हुई थी। दोनों थानों की पुलिस इन मामलों की जांच में जुटी है।

एक ही कोचिंग के है तीनों छात्र
मृतकों के शवो को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। वहीं परिजनों को सूचित कर दिया गया है। इस घटना से पहले सुबह के वक्त भी एक कोचिंग छात्र द्वारा विषाक्त का सेवन कर जान देने का मामला आया था। फिलहाल जवाहरनगर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि दो मृतक बिहार के थे, जबकि एक किशोर मध्य प्रदेश का निवासी था। उन्होंने बताया कि इन घटनाओं के सिलसिले में अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सुसाइड करने वाले तीनों स्टूडेंट एक ही कोचिंग सेंटर में पढ़ते थे।

पढ़ाई को लेकर बेहद तनाव में रहते हैं स्टूडेंट्स
कोटा शहर में रहने वाले स्टूडेंट्स हॉस्टल्स या फिर बतौर पेइंग गेस्ट रहते हैं। मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में होने वाली गला काट प्रतिस्पर्धा के चलते बहुत से स्टूडेंट्स पढ़ाई को लेकर बेहद तनाव में रहते हैं। इसके चलते बीते कुछ साल से स्टूडेंट्स में सुसाइड की दर बढ़ी है। अब तो आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आने लगी हैं।