बारां 25 मई। शुक्रवार को नेशनल हाईवे पर जैन तीर्थ के सामने श्री महावीर गौशाला कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित सर्वधर्म निःशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन इतिहास रच गया। जहां पर बिना किसी जाति-पांति, धर्म, पार्टी का भेदभाव किए बिना 2222 वर-वधु विवाह के पवित्र बंधन में बंधे।
श्री महावीर गौशाला कल्याण संस्थान के अध्यक्ष गौत्तम कुमार जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान के प्रेरणास्त्रोत राज्य के खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया की भावना अनुसार संस्थान द्वारा 2222 वर-वधुओं का सर्वधर्म निःषुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। समारोह में लाखों की संख्या में बारां, कोटा, बूंदी, झालावाड एवं राजस्थान के एनी ज़िलों के अलावा अन्य राज्यों से आये मेहमानों की उपस्थिति में धार्मिक रीति-रिवाज एवं पूर्ण विधि विधान के साथ वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न करवाया गया। हिन्दू धर्म के वर-वधुओं का शांतिकुज हरिद्वार के गायत्री परिवार द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह की रस्में पूर्ण करवायी गयी। वहीं मुस्लिम समाज के वर-वधुओं की शहर काजी सहित अन्य काजियों द्वारा निकाह पढ़ते हुए विवाह रीति सम्पन्न कराई गयी.
संस्थान को मिला गिनीज वल्र्ड रेकार्ड:- संस्थान के अध्यक्ष गौतम कुमार जैन ने बताया कि आज हुए इस ऐतिहासिक आयोजन को गिनीज वल्र्ड रेकार्ड की टीम द्वारा भी पधार कर देखा तथा इसे सराहा। गिनीज वल्र्ड रेकार्ड टीम द्वारा वांछित सभी औपचारिकताएं संस्थान द्वारा पूर्ण की गई। संस्थान के प्रेरणास्त्रोत प्रमोद जैन भाया को 12 घण्टे में श्री महावीर गौशाला कल्याण संस्थान बारां द्वारा सर्वाधिक जोडो का विवाह कराए जाने पर गिनीज वल्र्ड रेकार्ड का प्रमाण पत्र सौंपा गया। प्रमोद भाया ने प्रमाण पत्र प्राप्त करते हुए कहा कि यह संस्थान तथा निस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं की मेहनत का प्रतिफल है तथा इसके लिए सभी धन्यवाद के पात्र है।
जैन ने बताया कि 5 लाख के करीब की संख्या में इस कार्यक्रम में पधारे वर-वधुओं के परिवारों, मेहमानों तथा आमजन के लिए संस्थान द्वारा शुद्व देषी घी, शुद्व मूंगफली के तेल से निर्मित खाद्य सामग्री तैयार करवाकर ससम्मान बिठाकर सभी को भोजन करवाया गया। मेहमानो के भोजन के लिए विषाल भोजन पाण्डाल तैयार करवाए गए जिसमे बैठकर सभी ने भोजन किया। कार्यक्रम के दौरान आने वाले वाहनों की पार्किग व्यवस्था बेहतर बनाई गई जिससे किसी को भी परेषानी का सामना नही करना पडा। बारां रोड के लिए अलग, कोटा रोड के लिए अलग तथा ट्रेक्टर-ट्रोलियों के लिए पृथक-पृथक पार्किंग बनाई गई। विवाह कार्यक्रम में हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा करवायी गयी।
विवाह कार्यक्रम में नव दम्पत्तियों को वैवाहिक जीवन में मंगल प्रवेष पर मालवा माटी के संत गुरूदेव श्री कमल किशोर जी महाराज, संत रामप्रसाद जी महाराज, महन्त दिनेश गिरी महाराज, प्रभू जी नागर, महन्त रघुनाथ भारती, महन्त हीरापुरी महाराज, महामण्डलेवर लक्ष्मणदास महाराज, मण्डलेष्वर बनवारीदास महाराज, बालकदास महाराज, परषुरामदास जी महाराज सहित अनेकों साधु संतो, गुरूजनों एवं समाज के भामाषाहों, राज्य के मुख्यमंत्री अषोक गहलोत, प्रदेष प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, विधानसभा अध्यक्ष श्री सी.पी.जोषी, प्रदेष अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, अषोक चांदना, बारां-अटरू विधायक पानाचंद मेघवाल, विधायक किषनगंज श्रीमती निर्मला सहरिया, हाडौती संभाग के नेताओ, बारां जिला प्रमुख श्रीमती उर्मिला जैन भाया आदि द्वारा आषीर्वाद प्रदान करते हुए सभी के सुखमय गृहस्थ जीवन की मंगल कामना की गई।
इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री श्री अषोक गहलोत कार्यक्रम के लिए हेलीकाॅफ्टर से बारां पधारे जहां पर संस्थान के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ता, गणमान्य नागरिकों ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री गहलोत हेलीपेड से सर्वप्रथम नवनिर्मित जैन तीर्थ पर पहुंचे जहां पर जैन मंदिर के दर्षन किए, इसके उपरान्त सामूहिक विवाह सम्मेलन पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे जहां पर लाखों की संख्या में उपस्थित जनसमूह ने उनका पूरी गर्मजोषी के साथ स्वागत किया।
मुख्यमंत्री अषोक गहलोत ने अपने सम्बोधन में कहा कि उन्होनंे भाया जैसा गौभक्त नही देखा है तथा इसी कारण उन्हें सरकार में अलग से गोपालन मंत्रालय बनाकर उसका प्रभार प्रमोद जैन भाया को सौंेपा। प्रमोद भाया के प्रयासों से हमनें प्रदेष में पंचायत समिति स्तर पर नंदीशाला तथा ग्राम पंचायत स्तर पर गौषालाओं की घोषणा की ताकि गौवंष सडकों पर नही भटके। छोटे-बडे प्रति पशुओं के लिए हमारी सरकार ने अनुदान राषि में इजाफा किया है तथा हमारी सरकार द्वारा अभी वर्ष में 9 माह का अनुदान दिया जा रहा है और आगे 12 महीने अनुदान दिए जाने की तैयार की जा रही है।
गहलोत ने कहा कि मैने मनुष्यों के लिए हाॅस्पिटल खोलते हुए तो देखा है लेकिन पशु-पक्षियों के लिए श्री महावीर गौषाला कल्याण संस्थान द्वारा श्री महावीर निषुल्क पशु-पक्षी हाॅस्पिटल एवं ट्रोमा सेन्टर बारां में खोला गया है जिसका उदघाटन स्वयं मेरे द्वारा किया गया है एवं इसके प्रेरणास्त्रोत प्रमोद जैन भाया है।
सर्वधर्म निशुल्क सामुहिक विवाह सम्मेलन में संत कमल किशोर जी नागर ने अपने चिर-परिचित अंदाज में बोलते हुए कहा कि वर-वधु को रामकृष्ण की भांति प्रेम मर्यादा में जीवन व्यापन करना चाहिए। संत ने कहा कि राम सीता के विवाह के टाइम 56 तरह के पकवान बन सकते थे परंतु राजा जनक द्वारा दाल चावल की खिचड़ी बनाकर बारातियों सहित राजा दशरथ को भी खिचड़ी खिलाई तब उनसे पूछा गया कि आप अनेक तरह के व्यंजन मिठाईयां बना सकते थे परंतु आपने मात्र दाल चावल की खिचड़ी बनाकर बारात को किस उद्देश्य से खिलाई तब राजा जनक ने कहा कि मैं सभी तरह के व्यंजन खिला सकता था परंतु मैं चाहता हूं कि मेरी पुत्री और मेरे दामाद दाल चावल की तरह ही अपना जीवन व्यापन गुजारे खिचड़ी की तरह मिल कर रहें।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने मेरी जिन्दगी में आज तक इस तरह का विषाल आयोजन नही देखा है। उन्होनें कहा कि प्रमोद भाया सरकार में रहकर भी अच्छा कार्य कर रहें है और दूसरी ओर जनहित और सेवा के भी बहुत अच्छे कार्य कर रहें है।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी ने कहा कि पूर्व से ही प्रमोद जैन भाया इस तरह के आयोजन करते आ रहें हैं और हम भी प्रारंभ से इन आयोजनों में आ रहें है लेकिन इस बार तो भाया ने एक ओर बड़ा इतिहास ही रच दिया।
प्रदेष अध्यक्ष गोविन्दसिंह डोटासरा ने अपने सम्बोधन में मंत्री प्रमोद जैन भाया द्वारा जीवदया, पीडित मानव की सेवा के किए जा रहे कार्यो का उल्लेख करते हुए उनकी प्रषंसा की। उन्होनें कहा कि भाया परिवार ऐसा परिवार है जो जीवदया, गौसेवा, पीडित मानव की सेवा के प्रकल्पों को आगे बढाने में जी-जान से लगा हुआ है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्थान के प्रेरणास्त्रोत एवं राज्य के खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कई लोगों ने दिन-रात निस्वार्थ भाव से मेहनत की है वह उन सभी का आभार व्यक्त करते है। मंत्री भाया ने कहा कि इस सर्वधर्म निःषुल्क विवाह सम्मेलन की शुरूआत वर्ष 2002 में परमपूज्य गुरूदेव मालवा माटी के संत श्री कमलकिषोर जी नागर द्वारा जालेडा गौषाला में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान हुई थी तथा उसके बाद यह क्रम लगातार बढता ही जा रहा है।
भाया ने कहा कि गरीब परिवार अपने बच्चे-बच्चियों की शादी के लिए कई बार अपनी मां, बहिनों के जेवर गिरवी रखने, जमीन बेचने पर मजबूर हो जाते है तथा कई के बच्चे-बच्चियों का विवाह धन के अभाव में नही हो पाता है। बारां कृषि प्रधान तथा पिछडा हुआ जिला है एवं यहां आय का मुख्य स्त्रोत कृषि ही है। फसल खराबें तथा कोरोना महामारी के कारण कई परिवारों की आर्थिक स्थिति कई परिवारों खराब हो चुकी है इसलिए उनके द्वारा समाज के समृद्व वर्ग एवं भामाषाहों के सहयोग से श्री महावीर गोषाला कल्याण संस्थान के माध्यम से ऐसे जरूरतमंद परिवारों के विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए इस सर्वधर्म निषुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन करवाया गया। मंत्री भाया ने कहा कि गत रात्रि को आंधी तूफान के कारण कन्यादान, फेरे, भोजन की सामग्री के कई डोम गिर गए तथा वर-वधुओ के 4400 पाण्डाल उड गए। इस कारण वर-वधुओं उनके परिजनों तथा आमजन को जो असुविधा हुई उसके लिए वह तथा संस्था क्षमा प्रार्थी है।
मंत्री भाया ने कहा कि उन्हें बारां की जनता का हमेषा आषीर्वाद मिला है तथा उन्हें ईष्वर ने जितनी शक्ति प्रदान की है उस सीमा तक पूरी तत्परता के साथ बारां जिलेवासियों के लिए समर्पित भाव से कार्य किया है तथा आगे भी करते रहेंगे।
प्रचार सचिव मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि मंत्री भाया ने कार्यक्रम में उपस्थित आमजन से इस अवसर पर पर्यावरण को बाने के लिए सभी से एक-एक पौधा लगाए जाने तथा गौसेवा के लिए प्रतिदिन एक रोटी गौमाता को देने की शपथ लेने का आग्रह किया।