बीकानेर। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम, राजस्थान सोलर पार्क डेवलपमेंट कंपनी और सौर्य ऊर्जा कंपनी ऑफ राजस्थान लिमिटेड द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत जिले सहित आसपास के  स्कूलों के लिए 200 स्मार्ट टीवी,  इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, खेल सामग्री और फर्नीचर वितरित किए गए।

नगर विकास न्यास सभागार में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी थे। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से हमारा प्रदेश, अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में देश में पहले स्थान पर है। यहां तीव्र गति से सौर ऊर्जा से जुड़े कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा निवेशकर्ताओं के लिए लागू की गई बेहतर नीतियों के अलावा यहां का बेहतर वातावरण इस दिशा में उपयोगी रहा है।

उन्होंने कहा कि बीकानेर सोलर हब के रूप में अपनी विशेष पहचान बना चुका है। इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं। वहीं निवेश के नए द्वार खुले हैं। उन्होंने कहा कि इन सोलर कंपनियों द्वारा सोशल कॉरपोरेट रिस्पांसिबिलिटी के तहत विकास के विभिन्न कार्य करवाए जा रहे हैं। इसी श्रंखला में तीनों कंपनियों द्वारा लगभग 65 लाख रुपए की लागत से 200 स्मार्ट टीवी के अलावा 13 स्कूलों के लिए कंप्यूटर, प्रोजेक्टर, प्रिंटर, फर्नीचर, ऑफिस टेबल, कुर्सियां, और डिजिटल बोर्ड आदि उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे स्कूलों में और बेहतर शैक्षणिक माहौल बनेगा।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गत साढ़े 4 वर्षों में अनेक योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए गए हैं, जिनसे आमजन का जीवन स्तर सुधरा है। उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली निशुल्क उपलब्ध करवा, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की बीमा राशि बढ़ाकर 25 लाख रुपए कर, ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 300 महाविद्यालय खुलवा तथा प्रशासनिक दृष्टि से नए कार्यालय खोलकर राज्य सरकार ने आमजन को राहत दी है। उन्होंने कहा कि हाल के बजट में 19 नए जिलों की घोषणा की गई है। इससे अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं को और अधिक बेहतर तरीके से उपलब्ध करवाया जा सकेगा।

राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिल ढाका ने कहा कि सभी सोलर कंपनियां अपने सामाजिक दायित्व को निभाते हुए प्रभावी तरीके से कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि पूगल में 1450 मेगावाट का सोलर पार्क स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। इससे क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। यहां आधारभूत सुविधाओं के विकास पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान सोलर कंपनियों द्वारा जिला अस्पताल के लिए 65 लाख उपलब्ध करवाए गए। वहीं सवा करोड़ की लागत से ऑनकोलॉजी वेन उपलब्ध करवाई गई।

जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि डिजिटल इनीशिएशन फॉर क्वालिटी एजुकेशन के तहत जिले के 800 से अधिक स्कूलों, मदरसों और समाज कल्याण के छात्रावासों में स्मार्ट टीवी उपलब्ध करवाए गए हैं। वहीं भामाशाहों के सहयोग से 2 करोड़ 20 लाख रुपए की विद्युत कनेक्शन विहीन स्कूलों में कनेक्शन करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मई तक शत-प्रतिशत स्कूल विद्युतीकृत हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सोलर कंपनियों के माध्यम से उपलब्ध करवाए गए स्मार्ट टीवी और अन्य सामग्री शैक्षणिक वातावरण को और अधिक बेहतर बनाएंगे।

राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के ओएसडी नवीन शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया। सौर्य ऊर्जा के सीईओ बिभु बिस्वाल ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश शर्मा ने किया।

इससे पहले ऊर्जा मंत्री ने सोलर कंपनियों द्वारा उपलब्ध करवाई गई सामग्री के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया  उन्होंने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।

इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पच्चीसिया, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिंह भाटी, एडीपीसी गजानंद सेवग, आनंद कुमार जोशी, कृषि उपज मंडी के चेयरमैन हजारीराम गेदर, नारायण कस्वां, उम्मेद सिंह सांखला, नगरासर के पूर्व सरपंच भंवर सिंह भाटी, पूर्व सरपंच सेवड़ा, रामचंद्र मेघवाल, मोहन राम सारण, छोटू सिंह सेवड़ा,  छैलू सिंह गोयल, जगदीश सारण, शौकत खान, पूर्व सरपंच शैतान सिंह, नेमाराम सारण, जोराराम रायका, शैलेंद्र गोदारा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।