इस बार राजस्थान की 1 लाख 26 हजार 411 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार एवं गार्गी प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। राज्य में माध्यमिक, प्रवेशिका, उच्च माध्यमिक एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 75 प्रतिशत व इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली मेधावी छात्राओं को यह अवॉर्ड दिया जाता है। राज्य की प्रतिभावान इन बालिकाओं को 48.70 करोड़ रुपये राशि के गार्गी पुरस्कार का वितरण आगामी 22 जनवरी को किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं के साथ ही उन विद्यालयों के शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं जिन्होंने बालिकाओं को निरंतर शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया।
गत वर्ष से तीन गुना अधिक है विजेताओं की संख्या
इस बारे में शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि राजस्थान सरकार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं बालिका शिक्षा के प्रोत्साहन के लिए किए जा रहे प्रयासों के कारण राज्य में गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं की संख्या में पिछले वर्षों के दौरान तीन गुना वृद्धि हुई है। यह इस बात का प्रमाण है कि बालिका शिक्षा के अंतर्गत प्रदेश में सभी स्तरों पर गुणवत्ता में वृद्धि हुई है। चार वर्ष पहले प्रदेश में मात्र 44 हजार बालिकाओं को ही गार्गी पुरस्कार मिला था। पिछले वर्ष 91 हजार 780 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार प्रदान किया गया था। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 34 हजार 631 अधिक बालिकाओं को यह पुरस्कार मिलेगा।
गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने में जयपुर प्रथम
गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकाओं में इस बार जयपुर प्रथम स्थान पर रहा है। शहर की 9 हजार 470 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। दूसरे स्थान पर सीकर (4,760) और तीसरे नम्बर पर नागौर जिला (3,686) रहा है।
किन छात्राओं को मिलेगा गार्गी पुरस्कार
गार्गी पुरस्कार उन बालिकाओं को दिया जाता है जो माध्यमिक, प्रवेशिका, उच्च माध्यमिक एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 75 प्रतिशत व इससे अधिक अंक प्राप्त करती हैं। इस बार प्रदेश की 1 लाख 26 हजार 411 बालिकाओं ने 75 प्रतिशत एवं अधिक अंक प्राप्त कर अपने आप में एक रिकॉर्ड बनाया है।