नई तकनीक, क्रांतिकारी खोजों और नये उपकरणों से आसान हुए दिल के इलाज को आसान बनाने व जोखिमों को दूर करने को लेकर विश्व ईको-कार्डियोग्राफी सम्मेलन का आयोजन पहली बार गुलाबी नगरी जयपुर में किया जा रहा है। अब तक यह सम्मेलन दिल्ली में ही आयोजित होता रहा है। कल से शुरू हुए इस सम्मेलन में 70 देशों के 200 से अधिक ह्दय रोग विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं जहां 100 से ज्यादा शोधपत्र भी पढ़े जाएंगे। इस आयोजन का मकसद चिकित्सक बिरादरी को इन नवीनतम उपकरणों और उनकी कार्यशैली से अवगत कराना है। साथ ही यह भी बताया है कि भारत में भी इन एडवांस उपकरणों की सहायता से ह्दय रोग के रोगी को विश्वस्तरीय चिकित्सा प्रदान की जा सकती है। यह चार दिवसीय सम्मेलन है जो बिड़ला आॅडिटोरियम में चल रहा है। सम्मेलन का आयोजन ईकोकार्डियो सोसायटी आॅफ इंडिया के तहत किया जा रहा है।
देश में उपलब्ध हुई विश्वस्तरीय चिकित्सा
आपको बता दें कि जयपुर पहली बार इस सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। सम्मेलन के पहले दिन 70 देशों के दिल की बीमारियों से जुड़े एक्सपर्ट डॉक्टरों ने मंथन शुरू किया। यहां अमेरिका, इटली, बेल्जियम, आॅस्ट्रिया, मैक्सिको व बांग्लादेश सहित कई डॉक्टरों ने ह्दय रोग चिकित्सा के क्षेत्र में आई नवीनतम क्रांतिकारी खोजों और उपकरणों के बारे में जानकारी दी। डॉक्टर्स के अनुसार आज ह्दय चिकित्सा जितनी सहज हो गई है, कुछ समय पहले तक उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। एडवांस तकनीक की वजह से इलाज के चंद दिनों बाद ही मरीज सामान्य कामकाज करने में समर्थ हो जाता है। अब भारत में भी विश्वस्तरीय चिकित्सा उपलब्ध होने लगी है।
नवीनतम तकनीक की जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से
इस सम्मेलन में ह्दय रोगों के उपचार और नवीनतम तकनीक का आदान-प्रदान करने के साथ ही थ्रीडी ईको, स्ट्रेस इमेजिंग, कंट्रास्ट ईको आदि के बारे में विस्तार से चर्चा होगी और प्रजेंटेशन के माध्यम से इन सभी के बारे में बताया जाएगा।
इस प्रजेंटेशन में अमेरिका के भारतीय मूल के डॉ. नवीन नंदा, वेदांता सिटी के डॉ. रवि कासलीवाल, मद्रास मेडिकल कॉलेज के डॉ. अलगेर्सने और कॉर्डियोलोगिकल सोसाइटी आॅफ इंडिया के प्रेसीडेंट डॉ. पीके देव भी भाग लेंगे। कार्यक्रम के सह आयोजन सचिव डॉ. अशोक गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया है कि सोसायटी के माध्यम से मेडिकल विभाग की ओर से चयनित 10 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र को ईसीजी मशीन डोनेट की जाएगी।
अंतिम दो दिन जनता से होगी हार्ट टॉक
चार दिवसीय सम्मेलन के अंतिम दो दिन यानि 8 व 9 अक्टूबर को जनता को रोग विशेषज्ञ से रूबरू होने और संवाद करने का मौका मिलेगा। आखिरी दोनों दिन बिड़ला आॅडिटोरियम के सामने स्थित रॉयल हवेली में जनता के साथ एक हार्ट टॉक कार्यक्रम रखा गया है। आॅस्ट्रेलिया के उॉ. थॉमस मरविक, अमेरिका के डॉ. नवीन चंदा, डॉ. जे हो, डॉ. रवि कासलीवाल और डॉ. विजय राघवन सहित कई अन्य डॉक्टर जनता से सीधे संवाद करेंगे। प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है।
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