Vasundhara Raje in Jalore

पिछले दिनों राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में आई भारी बारिश से प्रदेश के 4 ज़िलों में बाढ़ के हालात हो गए थे। इन ज़िलों के अधिकाँश क्षेत्र जलमग्न हो गए थे। पाली, सिरोही, जालोर और बाड़मेर इन चार ज़िलों में आई बाढ़ से 1563 करोड़ रूपए का नुकसान हुआ। अब इन क्षेत्रों में बारिश तो रुक चुकी है। लेकिन बाढ़ का पानी अभी भी भरा हुआ है। राजस्थान के इन ज़िलों में बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों के लिए सरकार ने राहत एवं मुआवज़ें की घोषणा कर दी है। बाढ़ पीड़ितों को अतिशीघ्र राहत पहुंचाने का ध्येय लेकर अब सरकारी विभागों ने इस ओर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है।

प्रभावितों को मुआवज़ा देकर हरसंभव मदद करेगी सरकार:

जिस भी गाँव में बाढ़ का पानी भरा हुआ है उस गाँव के प्रत्येक परिवार को 3800 रूपए की सहायता दी जाएगी। इनमें से जिन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए है उन्हें 96 हज़ार रूपए की मदद दी जाएगी। इस विनाशकारी बाढ़ में मरने वाले व्यक्तियों के परिजनों को कुल 7 – 7 लाख रूपए की सहायता सरकार देगी। बाढ़ में घायल होने वाले सभी लोगों को केंद्र सरकार की ओर से 50 हज़ार रूपए दिए जाएंगे। राज्य सरकार सामान्य घायलों को 10 हज़ार रूपए व गंभीर घायलों को 25 हज़ार रूपए की सहायता राशि देने जा रही है।

शुरू से ही सरकार रख रही थी हालात पर निगरानी:

राजस्थान में इस बार मानसून समय से कुछ पहले ही आ गया था। इस कारण से अरावली के आसपास और पश्चिमी तरफ बारिश जमकर हुई। बारिश के इस प्रकोप से मारवाड़ के 4 ज़िलों पाली, जालोर, सिरोही और बाड़मेर में बाढ़ आ गई थी। इन क्षेत्रों में जलस्तर सीमा से अधिक हो जाने के दिन से ही सरकार यहाँ पूरी मॉनेटरिंग कर रही थी। लगातार इन क्षेत्रों की स्थिति की जानकारी सम्बंधित अधिकारी और मंत्रियों को हो रही थी। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे खुद इन हालातों का जायज़ा ले रही थी। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए समय-समय पर दिशानिर्देश दिए जा रहे थे। मुख्यमंत्र्री वसुंधरा राजे वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाद प्रभावित इलाकों के राहत कार्यों के बारे में सम्बंधित अधिकारियों और मंत्रियों को पाबन्द कर रही थी। इन क्षेत्रों से जन-धन को सुरक्षित निकालने के लिए हेलीकाप्टर सेवा तैनात की गई थी। सरकार ने आपदा प्रबंधन दल, बचाव दल, सेना, होमगॉर्ड्स और आरएसी जवान बचाव कार्य के लिए लगा रखे थे। प्रभावित क्षेत्रों में डॉक्टर्स की टीम भी उपलब्ध कराइ गई थी। इससे घायलों का त्वरित इलाज किया जा रहा था।  मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इन क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था। खुद ज़मीनी स्तर तक जाकर हालात का जायज़ा लिया था।