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Sukanya-Samriddhi-Yojana.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की है। बालिकाओं की उच्च शिक्षा और शादी के लिए बचत के लिहाज से मोदी सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना एक अच्छा इंवेस्टमेंट है। योजना के तहत लाभ उठाने के लिए 10 साल से कम उम्र की बच्ची का बैंक या पोस्ट ऑफिस में अकाउंट खुलवा सकते हैं। पहले इस योजना में बालिका का खाता एक हजार रुपए के साथ खुलता था, लेकिन अब मात्र 250 रुपए में खाता खुलवाया जा सकता है। योजना का लाभ उठाने के लिए सालाना कम से कम ढाई सौ रुपए जमा कराने होंगे। सालाना अधिकतम धनराशि जमा कराने की सीमा पहले की तरह ही 1 लाख पचास हजार रुपए है। बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने ‘बेटी बचाओ-बेटी बढाओ’ अभियान के तहत हरियाणा में सुकन्या समृद्धि योजना की 4 दिसम्बर, 2014 को शुरूआत की थी।

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File-Image: सुकन्या समृद्धि योजना.

सरकार ने ब्याज दर एक अक्टूबर से 8.1 से बढाकर 8.5 की

केन्द्र सरकार ने इस योजना के तहत मिलने वाली ब्याज दर (मुनाफा) एक अक्टूबर से 8.1 से बढाकर 8.5 कर दिया है। इसका मतलब है कि खाताधारक बालिका को अब पहले से ज्यादा मुनाफा मिलेगा। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि इसमें निवेश होने वाली राशि इनकम टैक्स फ्री है। इसमें जमा की जाने वाली राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कटौती का लाभ मिलता है। जब से मोदी सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की घोषणा की है तब से इस पर पीएफ से अधिक ब्याज मिल रहा है। सुकन्या समृद्धि योजना में बालिका के अभिभावक किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंकों की अधिकृत शाखा में बालिका का खाता खुलवा सकते है। केन्द्र सरकार की इस योजना का उद्देश्य बालिका के जन्म से लेकर शादी करने तक परिजनों को आर्थिक मजबूती प्रदान करना है। योजना माता-पिता की बेटी की पढ़ाई व शादी के लिए पैसे की चिंता दूर करने में मदद करेगी। साथ ही देश में घटते लिंगानुपात के बीच बालिका जन्म दर को प्रोत्साहन देने में मददगार साबित होगी।

बालिका के 18 साल से अधिक होने पर निकाली जा सकती है राशि

सुकन्या समृद्धि योजना में जमा होने वाली राशि खाताधारक बालिका के 21 साल की होने या फिर शादी होने पर निकाली जा सकती है। अगर बालिका की शादी 18 साल से अधिक होने पर होती है तो भी राशि निकाली जा सकती है। किसी कारणवश अगर खाताधारक बालिका की मृत्यु हो जाती है तो खाता तुरंत बंद हो जाएगा। ऐसे मामले में खाते में पड़ी रकम बालिका के अभिभावक को दे दी जाएगी। एक बेटी के नाम ऐसा अधिकतम एक ही खाता खुलवाया जा सकता है। कुल मिलाकर एक परिवार में दो बेटियों के नाम इस योजना में खाता खुलवा सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत दूसरी बेटी के जन्म के समय जुड़वां बेटी होती है तो तीसरा खाता भी खुलवाया जा सकता है।

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योजना में अकाउंट खुलवाने के लिए निम्न दस्तावेजों की होती है जरूरत

मोदी सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाने के लिए बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, जमाकर्ता (माता-पिता या अभिभावक) का पहचान पत्र जैसे पैन कार्ड, राशन कार्ड, डाइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि की फोटोकॉपी जमा करनी होगी। जमाकर्ता के पते का प्रमाण पत्र के लिए जैसे पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल आदि की फोटोकॉपी दस्तावेज के रूप में जमा किया जा सकता है। खाता में रकम जमा करने के लिए नेट-बैंकिंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। योजना में खाता खुल जाने पर बैंक या पोस्ट ऑफिस एक पासबुक बालिका के अभिभावकों को देता है।