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Image: राजेन्द्र राठौड़ वर्सेज अशोक गहलोत.

राजस्थान की गत वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रहे व वर्तमान में विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हालिया बयान को सरकार का अहंकार बताया है। राठौड़ ने बुधवार को कहा कि स्वयं को गांधीवाधी बताने वाले प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने गांधीजी की विचारधारा का अपमान किया है। मुख्यमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को अपने मुंह से इस तरह की धमकाने वाली भाषा शोभा नहीं देती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को इतना अहंकार नहीं करना चाहिए। दरअसल, मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को एक विवादित बयान दिया था, जिस पर राजेन्द्र राठौड़ ने जवाब दिया है। हाल ही में मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने गृहनगर जोधपुर गए अशोक गहलोत ने भाजपा के आगामी 8 फरवरी को प्रस्तावित जेल भरो आंदोलन पर निशाना साधते हुए कहा था कि, भाजपा कार्यकर्ता किस बात पर धरना दे रहे हैं। अभी सरकार बने हुए ही सवा महीने हुए हैं। उन्होंने आगे धमकी भरे लहजे में कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया तो बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा। गहलोत ने चेताया कि सोच-समझकर ही सड़कों पर आएं।

कर्ज़माफ़ी, सवर्ण आरक्षण और बेरोजगारी भत्ता शुरू करने की मांग को लेकर धरना देगी भाजपा

कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों का सम्पूर्ण कर्ज़ माफ़ करने, बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी। लेकिन सरकार बनने के 50 दिन बाद भी इन पर काम शुरू नहीं हो सका है। साथ ही हाल ही में मोदी सरकार ने सवर्ण समाज को 10 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की है। जिस पर राजस्थान सरकार ने अभी तक अपना रूख स्पष्ट नहीं किया है। इन सभी मुद्दों को राज्य में लागू करवाने के लिए राजस्थान भाजपा ने 8 फरवरी से जेल भरो आंदोलन की घोषणा कर रखी है। इस दिन भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस द्वारा किए वादे पूरा नहीं करने के विरोध में लोगों की मांगों के लिए धरना-प्रदर्शन कर अपनी गिरफ्तारियां देंगे।

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अघोषित आपातकाल का इशारा कर डराने-धमकाने का काम कर रहे हैं मुख्यमंत्री

सीएम अशोक गहलोत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि ज्वलंत मुद्दों को लेकर हमेशा सजग रहने वाले भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रति आक्रोश के कारण मुख्यमंत्री ऐसा बयान दे रहे है। उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने जेल भरो आंदोलन चलाया था। कांग्रेस सरकार को इतना घमंड नहीं करना चाहिए। मुख्यमंत्री प्रदेश में अघोषित आपातकाल का इशारा कर डराने-धमकाने का काम कर रहे है। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जो वादे किए थे उन्हें पूरा करने को अब कतरा रही है। ऐसे में हमें मज़बूरी में आंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पक्ष-प्रतिपक्ष लोकतंत्र के दो पहिए है। कांग्रेस को यह नहीं भूलना चाहिए कि वे महज आधा फीसदी अधिक मत हासिल कर आज सत्ता में है। हम भी सशक्त विपक्ष की भूमिका में हैं।