अगर आप अपने सपनों का पहला घर खरीदने जा रहे हैं तो जरा आराम फरमाइये और इस खबर को ध्यान से पढ़िए। आपकी सालाना आय अगर 18 लाख रुपये तक है और पहली बार घर खरीदने जा रहे हैं तो आपको 2.4 लाख रुपये बचा सकते हैं। क्योंकि सरकार आपके होम लोन के ब्याज पर सब्सिडी देगी। बता दें कि अभी सरकार यह सब्सिडी सिर्फ छह लाख रुपये तक की सालाना आमदनी वालों को ही दे रही है।
2022 तक सभी को पक्का मकान मिले
दरअसल, सरकार ने रियल एस्टेट मार्केट में तेजी लाने और साल 2022 तक सभी को पक्का मकान देने का लक्ष्य पूरा करने के लिए सब्सिडी के दो स्लैब्स बना दिए है। दोनों स्लैब्स मौजूदा 15 साल की जगह अब 20 साल की अवधि तक के आवास ऋणों पर लागू होंगे।
आय के आधार पर मिलेगी सब्सिडी
इससे पहले 31 दिसंबर, 2016 को पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो सब्सिडी स्कीम्स की घोषणा की थी, लेकिन उनपर विस्तार से जानकारी अब दी गयी है। नयी योजना के तहत घर खरीदार को उनकी आय के आधार पर तय दर से सब्सिडी मिलेगी।
6 लाख रुपये के तक के लोन के ब्याज पर 6.5 प्रतिशत की दर से मिलेगी सब्सिडी
अगर आपकी वार्षिक आय 6 लाख रुपये से कम है तो 6 लाख रुपये के तक के लोन के ब्याज पर 6।5 प्रतिशत की दर से सब्सिडी दी जाएगी। ध्यान देने वाली बात यह है कि आपके लोन की राशि कितनी भी हो, सब्सिडी 6 लाख रुपये तक के मूलधन पर ही मिलेगी, इससे ज्यादा की रकम पर नहीं। बता दें कि अगर आपने 9 प्रतिशत की ब्याज दर पर 20 लाख रुपये होम लोन लिया है तो आपको 6 लाख रुपये पर सिर्फ 2।5 प्रतिशत की दर से ब्याज देना होगा। बाकी 14 लाख रुपये पर 9 प्रतिशत का ही ब्याज चुकाना होगा।
अगर आपकी सलाना आय 12 लाख है तो
इसी तरह 12 लाख रुपये तक की सालाना कमाई वालों को 9 लाख रुपये तक के होम लोन के ब्याज पर सरकार 4 फीसदी की सब्सिडी देगी जबकि 18 लाख रुपये तक की सालाना कमाई वालों को 12 लाख रुपये तक के होम लोन के ब्याज पर 3 प्रतिशत की छूट मिलेगी। अगर 9 प्रतिशत की ब्याज दर पर लोन लिया जाए, तो तीनों कैटिगरीज की सब्सिडी से 20 साल के लोन पर अमूमन 2 लाख 40 हजार रुपये का फायदा होगा और लोन रीपेमेंट की मासिक किस्त में 2,200 रुपया कम हो जाएगा।
काम की बात
अच्छी बात यह है कि यह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत होम लोन के ब्याज पर मिल रही यह सब्सिडी इनकम टैक्स में छूट के अलावा है। अगर आप सालाना 10 लाख रुपये से ज्यादा कमाते हैं तो होम लोन पर आपको कुल (ब्याज पर सब्सिडी और इनकम टैक्स में छूट को जोड़कर) 61,800 रुपये सालाना तक का फायदा हो सकता है।