कोटा। नैनवां उपखंड में बिजली विभाग के एक्सईएन से विवाद के मामले में राजस्थान सरकार के राज्य मंत्री अशोक चांदना की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है। मंत्री के रवैये से नाराज कोटा-बूंदी सहित हाड़ौती क्षेत्र के कई कर्मचारियों ने चांदना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने गहलोत सरकार को भी आगाह करते हुए कहा कि यदि चांदना के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तथा मंत्री पद से नहीं हटाया गया तो प्रदेशभर के कर्मचारी कार्य का बहिष्कार करेंगे। कर्चमारी इस दौरान नयापुरा स्थित कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे रहे तथा अशोक चांदना के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। हंगामे की खबर के बाद हरकत में आए प्रशासन ने कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की। मुख्य अभिंयंता क्षेमराज मीणा ने कर्मचारियों से कहा कि जयपुर में हमारी वार्ता सरकार से हो चुकी है इसलिए कार्य बहिष्कार की बजाय काम पर वापस लौट जाना चाहिए। लेकिन कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े रहे और कार्रवाई होने तक धरना जारी रखने की बात करने लगे।

गौरतलब है कि नैनवां उपखंड में बिजली विभाग के XEN जेपी मीणा ने चांदना पर आरोप लगाते हुए मारपीट, गाली-गलौज व जातिसूचक शब्द प्रयोग करने की शिकायत दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गत 5 फरवरी को मंत्री अशोक चांदना ने हिण्डोली जनसुनवाई में मौखिक रूप से काछोला फीडर इंचार्ज मुकेश का निलंबन करने को कहा था, जिस पर अभियंता ने तुरंत एक्शन लेते हुए उसे निलंबित कर दिया।

लेकिन कुछ दिन बाद ही जांच के बाद निलंबित कर्मचारी मुकेश को फिर से कार्य पर बहाल कर दिया। मुकेश की बहाली की खबर जैसे ही चांदना को मिली तो मंत्री जी बिफर गए और अभियंता को नैनवां हाईवे पर स्थित कीरों का झौपड़ा पर बुलाकर इंतजार करने को कहा। बताया जा रहा है कि मंत्री चांदना रात करीब 9 बजे वहां पहुंचकर एक्सईएन से बदसलूकी करने लगे तथा थप्पड़ जड़कर जातिसूचक गालियां भी देने लगे। चांदना के इसी रवैये के खिलाफ कर्मचारी वर्ग गुस्से में हैं तथा गहलोत सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।