राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा व रोजगार प्रशिक्षण को लेकर अभूतपूर्व कार्य कर रही हैं। प्रदेश में चिकित्सा सेवाएं बेहतर करने के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू किया हैं। इन योजनाओं में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, आरोग्य राजस्थान, लाड़ली रक्त योजना जैसी योजनाओं से वर्तमान में प्रदेश की जनता लाभांवित हो रही हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को विस्तार करने के लिए आगामी दिनों में 7 मेडिकल कॉलेज शुरु करने जा रही हैं। इसके अलावा राजस्थान के पीएचसी, सीएचसी में चिकित्सा सेवाओं में सुधार किया गया हैं।

राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं में किया विस्तार

राजस्थान में स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को विस्तार करने के लिए मुख्यमंत्री राजे रिक्त पड़े डॉक्टर के पदों को भी भरने के प्रयास कर रही हैं। ऐसे में प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में सीटों को भी बढ़ाया गया हैं। राजस्थान में सीएचसी, पीएचसी में उच्च गुणवत्ता की सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार ने नर्स, कंपाउंडर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। इसी को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने स्टैनफोर्ड विश्विद्यालय से एमओयू साइन किया हैं। राजस्थान सरकार चिकित्सा शिक्षा में डिजिटलाइजेशन के माध्यम से बड़ा बदलाव लाने जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

एमओयू से चिकित्सा शिक्षा एवं गुणवत्ता में आयेगा सूधार

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की उपस्थिति में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर राज्य सरकार, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और अन्तरा फाउंडेशन के बीच त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। एमओयू का उद्देश्य डिजिटल कोर्स, ई-बुक्स और इन्टरनेट के माध्यम से शोध-पत्रों को साझा करके चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार लाना है। इससे राज्य में चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और अन्य चिकित्साकर्मियों की क्षमता संवद्रि्धत हो सकेगी।

स्थानीय जरुरतों के अनुसार स्वास्थकर्मी किए जाएगे प्रशिक्षित

इसके परिणामस्वरूप राज्य में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा। इस त्रिपक्षीय समझौते के तहत राजस्थान में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाकर इन सेवाओं में सुधार लाने पर फोकस रहेगा। राज्य में सर्वप्रथम झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होंगे। एमओयू के अनुसार, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्थानीय जरूरतों के अनुसार चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के लिए विशेष पाठ्यक्रम तथा प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार करेगी।

साथ ही, प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण और उपयोगी प्रशिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने के लिए स्वयं अपने संसाधन जुटाएगी। अन्तरा फाउंडेशन को राज्य सरकार के चिकित्सा शिक्षा विभाग के साथ मिलकर डाटा संग्रहण, प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन एवं मूल्यांकन करने के साथ इनके लिए आवश्यक सुझाव देने की जिम्मेदारी दी गई है।