इंदिरा गांधी खुला विश्वविद्यालय (इग्नू) अब अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को पीएचडी तक की पढ़ाई निशुल्क करवाएगा। इग्नू के प्लानिंग और डेवलपमेंट डिविजन ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर बताया कि अब एससी और एसटी वर्ग के छात्र स्नातकोत्तर, एम.फिल और पीएचडी तक का अध्ययन नि:शुल्क कर सकेंगे। अभी तक एससी/एसटी के छात्रों के लिए इग्नू ने स्नातक तक की पढ़ाई को नि:शुल्क कर रखा था। इस नई जारी की गई अधिसूचना के अनुसार इस साल जुलाई 2017 से प्रवेश लेने वाले एससी/एसटी वर्ग के छात्र भी इसका लाभ लेकर निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
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उदयपुर को होगा सबसे ज़्यादा फायदा
इग्नू के इस नए निर्णय से सबसे ज़्यादा फायदा राजस्थान के उदयपुर संभाग को मिलेगा। गौरतलब है कि जनजातियों की आबादी के आधार पर उदयपुर संभाग प्रदेश का सबसे बड़ा क्षेत्र है। यह गौरतलब है कि इग्नू दुनिया का सबसे बड़ा खुला विश्वविद्यालय है। इसक द्वारा शिक्षार्थी घर बैठे नए-नए पाठ्यक्रम का अध्धयन कर सकते हैं। देश के सभी राज्यों में इग्नू के अध्ययन केंद्र हैं। इग्नू की इस योजना के अंतर्गत एससी और एसटी वर्ग के वो छात्र पात्र नहीं होंगे, जो सरकार या किसी अन्य संस्था से किसी प्रकार की छात्रवृत्ति ले रहे हो।
200 से अधिक पाठ्यक्रम में ले सकते हैं प्रवेश
राष्ट्रस्तरीय विश्वविद्यालय इग्नू में 200 से अधिक तरह के पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं। इसके तहत सर्टिफिकेट स्तर के पाठ्यक्रम, डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रम व स्नातक, स्नातकोत्तर और एमफिल तथा पीएचडी स्तर तक के पाठ्यक्रम भी संचालित किए जाते हैं। वर्तमान में राजस्थान में इग्नू के 80 अध्ययन केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। अगले दो-तीन साल में सरकार इन्हें बढ़ाकर 150 तक करने की योजना पर काम कर रही है। राजस्थान सरकार की योजना के तहत राज्य के प्रत्येक जनजाति और आदिवासी ज़िलें में कम से कम दो स्टडी सेंटर स्थापित करने की योजना है।