जोधपुर। मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में एक जनसभा को संबोंधित किया। यहां गहलोत ने अपने भाषण में कई मुद्दों को अहमियत दी तथा राज्य की पूर्व वसुंधरा सरकार व केन्द्र सरकार की योजनाओं पर सवाल उठाए। सीएम अशोक गहलोत के इन दावों का हमारी मीडिया टीम ने गहराई से विश्लेषण किया जिनका निष्कर्ष इस प्रकार है।

दावा: भाजपा सरकार राजस्थान पर 3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज छोड़ कर गई है।

हकीकत: कांग्रेस खुद 2013 में प्रदेश पर 3 लाख 56 हजार का करोड़ छोड़ कर गई थी। ऐसे समझे गणित – नवंबर, 2013 में सरकार पर सीधा कर्ज 1 लाख 26 हजार करोड़ + JDA,हाउसिंग बोर्ड पर कर्ज 70 हजार करोड़ + बिजली कंपनियों पर कर्ज 80 हजार करोड़ = 3 लाख 56 हजार करोड़ रुपये। भाजपा सरकार ने इसे घटाकर 1.30 लाख करोड़ किया।

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दावा: भाजपा सरकार ने हमारी योजनाओं को कमजोर किया।

हकीकत: कांग्रेस की किसी भी योजना को भाजपा ने बंद नहीं किया। हां, नरेगा के तहत खुद रहे गड्ढों को कम कर भाजपा ने कौशल विकास योजना के तहत 17 लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया तथा 3 लाख को सरकारी नौकरियां दी। सीएम गहलोत ने किसी एक भी ऐसी योजना का नाम क्यों नहीं बताया जिसे भाजपा ने बंद कर दिया हो ?

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दावा: किसान कर्जमाफी पर सरकार गंभीरता से काम कर रही है।

हकीकत: कांग्रेस ने तो 10 दिन में सम्पूर्ण कर्जा माफ करने का वादा किया था। सीएम गहलोत को जवाब देना चाहिए कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार नहीं बनी या फिर अभी 10 दिन नहीं हुए हैं। युवाओं के बेरोजगार भत्ते पर आपकी क्या राय है ?

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दावा: भाजपा ने षड़्यंत्र कर जोधपुर के राजनेताओं को फंसाया है।

हकीकत: सीएम गहलोत का सीधा अर्थ कांग्रेस के दुष्कर्मी नेता व भंवरी देवी कांड के मुख्य आरोपी महिपाल मदेरणा से है जिनको भाजपा सरकार के समय जेल हुई थी। वैसे सरकार कोई भी हो लेकिन सजा देने का काम तो कोर्ट का है। इससे एक बात तो साफ है कि कांग्रेस सरकार अभी भी महिपाल मदेरणा जैसे दुष्कर्मी व महिला विरोधी नेताओं का समर्थन कर रहे हैं।

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दावा: पूर्व मुख्यमंत्री अभी भी घमंड में जी रही है।

हकीकत: जो काम राजस्थान में अभी 2-2 मुख्यमंत्री नहीं कर पा रहे हैं उससे ज्यादा काम वसुंधरा राजे अकेली कर रही थी। इसे घमंड नहीं क्षत्राणी का स्वाभिमान कहते हैं।

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दावा: हम बदले की भावना से काम नहीं कर रहे हैं।

हकीकत: बदले की भावना नहीं है तो भाजपा सरकार द्वारा गठित किसान बोर्ड, व्यापारी बोर्ड, युवा बोर्ड आदि को कांग्रेस सरकार ने भंग क्यों किया ? भाजपा की योजनाओं का नाम बदलकर कांग्रेस झूठी वाह-वाही क्यों लेना चाहती है ?