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मेला स्थल पर सजाई गई बांके बिहारी की झांकी।

प्रदेश की हस्तशिल्प वस्तुओं के साथ ही ऑर्गेनिक व्यंजन और साड़ी बाजार, फैशन शो आकर्षण का केंद्र

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राजधानी दिल्ली में आयोजित हो रहा राजस्थान रत्नाकर दिवाली मिलन मेला।

अप्रवासी राजस्थानियों की शीर्ष समाजसेवी संस्था राजस्थान रत्नाकर द्वारा दिल्ली में स्थित नेताजी सुभाष प्लेस पीतमपुरा में आयोजित हो रहा सबसे बड़ा दिवाली मिलन मेला पूरी तरह ‘ग्रीन दीपावली’ (प्रदूषण मुक्त दिवाली) का संदेश दे रहा है। यह मेला स्वच्छ पर्यावरण व साफ सफाई की मिसाल बना हुआ है। वजह है, मेले में लगे 125 स्टाल्स में पटाखों की एक भी दुकान नहीं है। साथ ही मेले में आतिशबाजी का आयोजन भी नहीं रखा गया है। राजस्थान रत्नाकर दिवाली मिलन मेला दिल्ली में स्वच्छ पर्यावरण के प्रति राजस्थान की स्वच्छ प्रतिबद्धता का प्रतिबिम्ब है।

पुरानी दिल्ली के मशहूर व्यंजन एवं चाट के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, साड़ी बाजार, फैशन शो आदि अन्य कई आकर्षक आयोजन जन आकर्षण का केंद्र बने हुए है।

मेले में राजस्थान की हस्तशिल्प वस्तुओं के साथ ही ऑर्गेनिक व्यजंनों का आकर्षण लोगों को प्रभावित कर रहा है। राजस्थान रत्नाकर दिवाली मिलन मेला परिसर को ग्रीन कलर की वाल-टू-वाल कारपेट से कवर कर धूल व गर्दा रहित बनाया गया हैं। मेला स्थल पर बांके बिहारी की भव्य व सुन्दर झांकी, विशाल मंच पर राजस्थानी लोक नृत्यों सहित अन्य मिली जुली आकर्षक व मनोरंजक-सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पुरानी दिल्ली के मशहूर व्यंजन एवं चाट के साथ ही साड़ी बाजार, फैशन शो आदि के साथ ही अन्य कई आकर्षक आयोजन जन आकर्षण का केंद्र बने हुए है।

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मेला स्थल पर सजाई गई बांके बिहारी की झांकी।

मेले में रविवार रात को संस्था की महिला सदस्यों द्वारा आकर्षक फैशन परेड के साथ ही जाने माने कलाकारों द्वारा विभिन्न आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। बैंड वादकों के साथ ही बहरूपिया कलाकारों ने भी लोगों को अपनी ओर आकृषित किया। बता दें, राजस्थान रत्नाकर संस्था पिछले 44 वर्षों से दिल्ली में दिवाली मिलन मेला का आयोजन करती आ रही है। इस भव्य समारोह में हज़ारों लोगों के उमड़ते जन सैलाब के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों की जानी मानी हस्तियां भी भाग ले रही है। मेला परिसर को बहुत ही सुंदर व आकर्षक तरीके से सुसज्जित किया गया है।

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