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राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार वितरण समारोह

 9वे राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित, ऊर्जा संरक्षण तथा अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने का प्रयास

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राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार वितरण समारोह

ऊर्जा विभाग एवं राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को 9वें ‘राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार समारोह’ का आयोजन हुआ। ऊर्जा संरक्षण तथा अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने एवं उद्योगों तथा घरेलू क्षेत्र में ऊर्जा की बचत के उद्देश्य से राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाता है। समारोह में पुरस्कारों की दौड़ में देश एवं प्रदेश के कुल 102 प्रतियोगियों ने भाग लिया।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक बी.के.दोसी ने बताया कि अक्षय ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के क्षेत्र में राजस्थान प्रदेश देश में निरन्तर अग्रणी स्थान बनाए हुए है। प्रदेश में अब तक लगभग 3000 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा एवं लगभग 4000 मेगॉवाट क्षमता के पवन ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना की जा चुकी है। पिछले लगभग 2 वर्षो में रूफटॉप सोलर पावर प्रोजेक्टस का प्रचलन बढ़ा है। आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश की विभिन्न नगर पालिकाओं एवं स्थानीय निकायों में परम्परागत स्ट्रीट लाईटों को बदलकर एलईडी लाईटों में परिवर्तित किया गया है जिसके कारण प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण को अत्यधिक प्रोत्साहन मिला है।

राजस्थान की विभिन्न नगर पालिकाओं एवं स्थानीय निकायों में परम्परागत स्ट्रीट लाईटों को एलईडी लाईटों में परिवर्तित किए जाने के क्षेत्र में राजस्थान देश का अव्वल राज्य है: ए.के.जैन

समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान इलेक्टोनिक्स एण्ड इस्ट्रमेंशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ए.के.जैन ने बताया कि राजस्थान की विभिन्न नगर पालिकाओं एवं स्थानीय निकायों में परम्परागत स्ट्रीट लाईटों को एलईडी लाईटों में परिवर्तित किए जाने के क्षेत्र में राजस्थान देश का अव्वल राज्य है। उन्हाेंने बताया कि डीजल एवं पेट्रोल की बचत एवं प्रदूषण से निजात पाने के लिये देश में वर्ष 2030 तक डीजल एवं पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की जगह लगभग 30 प्रतिशत इलेक्ट्रीक व्हीकल प्रचालित किए जाने की योजना है।

इस अवसर पर राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के निदेशक (तकनीकी) बी.एस. रतनू ने बताया कि बिजली उत्पादन हेतु घरेलू क्षेत्र में सौर रूफटॉप संयंत्र स्थापित करने का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, जिससे सस्ती बिजली उत्पादन के साथ-साथ विद्युत प्रसारण एवं वितरण की हानियों में काफी कमी आ रही है। सोलर रूफटॉप संयंत्र स्थापित करना उपभोक्ताओं एवं सरकार दोनों के लिए हितकारी है। समारोह में राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम (ऊर्जा संरक्षण) के महाप्रबंधक सुनित माथुर ने कहा कि आज प्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति उद्यमी एवं सामान्यजन ऊर्जा संरक्षण करने में काफी हद तक जागरूक हो चुका है तथापि इसे और आगे बढ़ाए जाने के प्रयास सदैव किए जाने की आवश्यकता है।

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