जयपुर। थानागाजी सामूहिक बलात्कार को लेकर देशभर में विरोध के स्वर मुखर हो रहे हैं। गैंगरेप से आक्रोशित लोगों का गुस्सा सड़कों पर उतर रहा है। इस मामले को लेकर राजस्थान की सियासत में सरगर्मीयां तेज हो गई है। गुरुवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पीड़िता से मिलने के लिए अलवर आए। यहां राहुल गांधी ने पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की। जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

राहुल गांधी ने कहा कि घटना के बारे में पता लगने पर सीएम अशोक गहलोत से फोन पर बात की और मामले की जानकारी ली। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी | ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जएगा। यह मेरे लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। मैं पीड़ित परिवार से मिला और उन्होंने न्याय की मांग की है जो जल्द पूरी की होगी। वहीं राहुल के दौरे को लेकर कई सियासी मायने भी लगाए जा रहे हैं।

CM गहलोत भी रहे साथ

राहुल के साथ सीएम अशोक गहलोत भी मौजूद रहे। गहलोत ने कहा कि आरोपियों को सख्त सजा मिलेगी। मामले को फास्ट ट्रेक अदालत में चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले की चार्जशीट 1 हफ्ते में पेश की जाएगी। इधर, सभी 6 आरोपियों को 30 तारीख तक जेल भेज दिया गया है। इससे पहले थानागाजी पीड़ितों से मिलने का राहुल गांधी का बुधवार को दौरा तय था लेकिन दिल्ली में मौसम खराब और बारिश के कारण नहीं आ सके।

पहले भी ऐसी घटनाओं को लेकर राहुल कर चुके हैं दौरे

राजस्थान में थानागाजी गैंगरेप ऐसी तीसरी बड़ी घटना है जिसको लेकर राहुल गांधी अलवर दौरे पर रहे। साल 2011 में भरतपुर के गोपालगढ़ में झगड़े से उपजे तनाव ने सुर्खियां बटोरी। तब राहुल ने यहां का दौरा किया । इसके बाद साल 2016 में बीकानेर के नोखा के एक स्कूल में पानी के टैंक में छात्रा का शव मिलने पर मामले ने तूल पकड़ा।देशभर में दलित बालिका का मुद्दा छाया रहा । इस बीच राहुल गांधी ने बलात्कार पीड़िता डेल्टा मेघवाल के परिवार से मुलाकात की और न्याय दिलाने का भरोसा दिया।

ये था थानागाजी मामला

थानागाजी क्षेत्र में पति के सामने दलित महिला से सामूहिक बलात्कार करने का सनसनीखेज मामला सामने आया था। दरअसल, 26 अप्रेल को बाइक पर गांव जा रहे दंपति को छोटेलाल समेत पांच युवकों ने रास्ते में रोक लिया और पांचों ने युवती से उसके पति के सामने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। इसके बाद युवती के अश्लील फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर वायरल कर दिए। इस घटना के बाद दंपति मानसिक और शारीरिक रूप से टूट चुके और उनकी हिम्मत जवाब दे गई लेकिन आरोपियों की धमकियों और फोन कॉल्स से तंग आकर पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। पीड़िता जब थाने पहुंची तो पुलिस ने चुनाव का बहाना बनाकर वापस रवाना कर दिया। मामले की शिकायत पीडि़ता ने 30 अप्रेल को जिला पुलिस अधीक्षक से की। sp ने भी हर मामले की तरह रिमार्क कर थाने भेज दिया। इस मामले में सबसे शर्मसार करने वाली बात यह रही घटना के 1 सप्ताह बाद एफआईआर दर्ज हो सकी।

वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई सरकार

बलात्कार की जघन्य घटना ने अलवर ही नही पूरे देश को शर्मसार कर दिया। लोकसभा चुनाव के अगले दिन 7 मई को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मामला प्रकाश में आया। दिल्ली के निर्भया कांड के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा और लोग सड़कों पर उतर गए।

ये हैं गैंगरेप के आरोपी

सामूहिक बलात्कार मामले में महेश पुत्र गंगाराम गुर्जर नाराणपुर, छोटेलाल पुत्र नीलाराम गुर्जर निवासी रतनपुरा बानसूर, इंद्रराज गुर्जर पुत्र धर्मा गुर्जर प्रागपुरा जयपुर,अशोक पुत्र बाबूलाल गुर्जर निवासी नाराणपुर, हंसराज पुत्र रामस्वरूप गुर्जर कालाखोरा थानागाजी मामले में आरोपी है।