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प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना का पुरस्कार ग्रहण करते हुए सुषमा अरोड़ा एवं बिन्दु करूणाकर।
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प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना का पुरस्कार ग्रहण करते हुए सुषमा अरोड़ा एवं बिन्दु करूणाकर।

प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना में उच्च स्तर का कार्य करने के लिए समेकित बाल विकास सेवाएं, राजस्थान को पहला पुरस्कार मिला है। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा देहरादून में आयोजित मातृ वन्दना सप्ताह के समापन समारोह में राज्य को इस सम्ममान से नवाजा गया है। यह पुरस्कार विभाग की निदेशक सुषमा अरोड़ा और अतिरिक्त निदेशक बिन्दु करूणाकर को नीति आयोग के सदस्य विनोद के.पॉल द्वारा प्रदान किया। इस मौके पर अरोड़ा ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के तहत 1 जनवरी, 2017 या उसके बाद परिवार में जन्मे पहले बच्चे के जन्म पर तीन किश्तों में गर्भवती महिलाएं और धात्री माताओं को 5 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। इस योजना के तहत 4 लाख 80 हजार 487 लाभार्थियों को 122.09 करोड़ रुपए स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर के सुधार हेतु सीधे लाभार्थी के खाते में हस्तान्तरित किए जा चुके हैं।

क्या है प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना

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यह योजना महिला एवं बाल मंत्रालय द्वारा 2010 में लॉन्च की गई थी। इस योजना के तहत,गर्भवती या स्तनपान कराने वाली कोई भी महिला जिसकी आयु 19 वर्ष या उससे अधिक है, उसे 5000 रुपए तक का लाभ प्रदान किया जाता है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उनकी कमजोरी को पूरा करने और उनके स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।

गर्भवती महिला को तीन किस्तों में सहायता दी जाती है।

  • जब आंगनवाड़ी केंद्र में अपनी गर्भावस्था पंजीकृत करते हैं तो पहली किश्त के रूप में 1000 रुपए की सहायता प्रदान की जाती है।
  • प्रसव से पहले गर्भावस्था के 6 महीने बाद प्रयोगशाला में परीक्षण किए जाने पर 2000 रूपये महिला को दूसरी किश्त के रूप में दिए जाते हैं।
  • डिलीवरी के बाद महिला को तीसरी किस्त प्रदान की जाती है लेकिन यह क़िस्त महिला को बच्चे के टीकाकरण (जैसे बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी, हेपेटाइटिस बी) के बाद प्रदान की जाएगी।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का उद्देश्य

मजदूरी या किसी अन्य नौकरी में काम करने वाली सभी महिलाओं को उन दिनों में छुट्टी लेनी पड़ती है, जिसके कारण उन्हें वही मजदूरी नहीं मिलती है, इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को उनकी मजदूरी मिल जाएगी। जिसके माध्यम से, वे स्वयं का ख्याल रखने में भी सक्षम होंगी और उन्हें पौष्टिक भोजन भी मिल सकेगा और वे स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकेंगी।
यह लाभ गर्भवती महिला और बच्चे दोनों को पोषण के लिए दिया जाता है, ताकि उन्हें कुपोषण का शिकार होने से रोका जा सके। (महिलाएं जो राज्य सरकार और सार्वजनिक क्षेत्रों में दैनिक रोजगार करती हैं, वे महिलाएं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत लाभ नहीं पा सकेंगी।)

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का आवेदन कैसे करें

  • प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए, आपको तीन तरह से फार्म भरना होगा अर्थात फॉर्म 1-ए, फॉर्म 1-बी, फॉर्म 1-सी।
  • सबसे पहले, अपने निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क करें, और जहाँ आप पंजीकृत होंगे और न केवल, आपको फॉर्म 1-ए भरना होगा।
  • आंगनवाड़ी या स्वास्थ्य केंद्र में यह पहला पंजीकरण फॉर्म जमा कर सकते हैं।
  • इस तरह की दूसरी और तीसरी किश्त प्राप्त करने के लिए, फॉर्म 1-बी और फॉर्म 1-सी समय पर भरा जाएगा।

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