कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई के अजमेर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ दिए बयान पर सियासत तेज हो गई है। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने आरएसएस के खिलाफ दिए बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है। राजे ने कहा है कि भाजपा के कार्यकर्ता संघ जैसी देशभक्त संस्था के अपमान को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। आरएसएस का देश की आज़ादी में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
राजे ने बताया कि आज भी आरएसएस के कार्यकर्ता पूरे देश में राष्ट्रभक्त के रूप में पहचाने जाते हैं। कई स्वयंसेवकों ने तो देश सेवा के लिए अपना घर-परिवार तक छोड़ दिया है। संघ को गद्दार बताने वाले ये लोग पहले खुद अपने गिरेबां में झांके। संघ जैसी संस्था पर मिथ्या आरोप लगना, उसके बारे में अनर्गल बातें बोलना और अपमानजनक टिप्पणियां करना हर देशभक्त के अपमान के समान है।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष समेत अन्य नेताओं ने भी की निंदा

गौरतलब है कि अजमेर में सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरएसएस पर विवादित टिपप्णी करते हुए कहा था कि काली टोपी पहनकर राष्ट्रवाद का दावा करने वाला ये संगठन ही देश का गद्दार है। देश के झंडे को, राष्ट्रगान को, संविधान को नहीं मानने वाले राष्ट्रभक्त कैसे हो सकते हैं? लालजी देसाई के इस बयान के बाद भाजपा नेताओं ने कड़ा विरोध किया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी, विधायक वासुदेव देवनानी और प्रताप सिंघवी सहित तमाम नेताओं ने इस बयान की पुरजोर निंदा की है।