Hawa Mahal Palace in Jaipur
Hawa Mahal palace in Jaipur

राजस्थान पर्यटन की दृष्टी से देश-विदेश में अपनी अलग ही पहचान रखता हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश को ट्युरिज्म की नज़रिए से विकसित किया हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान ट्युरिज्म को डवलप करने के लिए कई योजनाओं व कार्यक्रमों मूर्त रुप दिया हैं। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में राजस्थान ट्युरिज्म पिछड़ गया था जिसे राजे सरकार ने पुन: स्थापित किया हैं तथा आज प्रदेश को पर्यटन की मजबूत स्थिती में लाकर खड़ा किया हैं।

हाल ही में पर्यटकों की सर्वश्रेष्ठ पसंद राजस्थान की गुलाबी नगरी जयपुर को पर्यटन की दृष्टि से ‘फेवरेट इंडियन सिटी’ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। नई दिल्ली के लोधी होटल में आयोजित सम्मान समारोह में केन्द्रीय पर्यटन सचिव विनोद जुत्शी से यह सम्मान नई दिल्ली में राजस्थान सरकार की अतिरिक्त आवासीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह ने ग्रहण किया।

केन्द्रीय पर्यटन सचिव जुत्शी ने बताया कि राजस्थान पर्यटन की दृष्टि से पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। जहां लाखों की संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति और दर्शन के लिए राजस्थान जाते हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में पर्यटन विकास की नई नीतिया बनाई है जिससे प्रदेश में ट्युरिज्म को बढावा मिला हैं।

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने नई राजस्थान पर्यटन इकाई नीति-2015 जारी की। इन नई पर्यटन नीति को  तत्काल प्रभावी किया गया।  इस नीति में पर्यटन क्षेत्र की विभिन्न इकाइयों को व्यापक रूप से परिभाषित किया गया है, जिनमें अब होटल, मोटेल, हैरिटेज होटल, बजट होटल, रेस्टोरेन्ट, केम्पिंग साइट, माइस/कनवेन्षन सेन्टर, स्पोट्र्स रिसोर्ट, रिसोर्ट, हैल्थ रिसोर्ट, एम्यूजमेन्ट पार्क, एनिमल सफारी पार्क, रोप वे, ट्यूरिस्ट लग्ज़री कोच, केरावेन एवं क्रूज पर्यटन समिलित है।

Jaipur Pink City

नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन पर्यटन इकाइयों का भूमि सम्परिवर्तन निःषुल्क होगा। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में नई पर्यटन इकाइयों से विकास शुल्क नहीं लिया जा रहा हैं।  नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान हैरिटेज सम्पत्तियों एवं हैरिटेज होटलों को भू-सम्परिवर्तन शुल्क से मुक्त किया गया है। भू-सम्परिवर्तन के लिये समय सीमा निर्धारित की गई है एवं यदि कोई भी प्राधिकरण निर्धारित समय में निर्णय करने में विफल रहता है तो, भूमि को स्वतः ही भू-सम्परिवर्तित माना जा रहा हैं।

नई पर्यटन नीति के अनुसार हैरिटेज होटलों के आच्छादित क्षेत्र पर नगरीय विकास कर आवासीय दर से वसूल किया जायेगा किन्तु उनके खुले क्षेत्र पर नगरीय विकास कर नहीं लिया जा रहा हैं। हैरिटेज होटल के लिए बी.एस.यू.पी. शेल्टर फण्ड केवल सकल निर्मित क्षेत्रफल पर देय हैं।  हैरिटेज होटलों को पट्टा जारी करने के लिये भी पात्र माना गया।

हैरिटेज होटलों एवं पुरासम्पत्तियों के आच्छादित क्षेत्रफल का अधिकतम 10 प्रतिषत अथवा 1000 वर्ग मीटर जो भी कम हो में खुदरा वाणिज्यिक उपयोग स्वतः अनुज्ञेय हैं। भवन योजना का अनुमोदन संबंधित विभाग द्वारा निर्धारित समय सीमा में किया जा रहा हैं। सभी पर्यटन इकाइयां अपने लिए मानव संसाधन प्रशिक्षित करने हेतु राजस्थान कौशल एवं आजिविका विकास निगम के अन्तर्गत रोजगार से जुड़े कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षण संस्थानों के अनुमोदन के लिए पात्र होंगी।

पर्यटन इकाई हेतु सम्परिवर्तित एवं आवंटित भूमि की लीज राषि संस्थानिक प्रयोजनार्थ निर्धारित आरक्षित दर के आधार पर ली जायेगी। मान्यता प्राप्त टूर ऑपरेटर के ट्यूरिस्ट लग्ज़री कोचेज को स्पेषल रोड टैक्स में 50 प्रतिषत की छूट अप्रेल 2018 तक प्रदान की जायेगी। पर्यटन इकाइयों एवं हैरिटेज होटलों को समस्त आर्थिक लाभ राजस्थान निवेष प्रोत्साहन योजना-2014 के अन्तर्गत देय होंगे।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान को पर्यटन का पर्याय कहा जाने वाले प्रदेश को आज नई ऊंचाईंयों से रूबरु करवाया हैं। अब राजस्थान पहले से ज्यादा पर्यटकों के लिहाज से कही ज्यादा अहमियत रखता हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रयासों से राजस्थान एक बार फिर पर्यटन के लिहाज से देश का सबसे मुल्यावान प्रदेश बन गया हैं तथा राजधानी जयपुर देश के सबसे शानदार पर्यटन शहरों में से एक हैं।