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कल हनुमान जयंती है। इस शुभ अवसर पर देशभर में सभी हनुमान मंदिरों में जागरण व भजन-कीर्तन होंगे। साथ ही जगह-जगह हनुमानजी की झांकियां निकाली जाएंगे। बलरंग बली भगवान शिव के 11वें रूद्ध अवतार माने जाते हैं। हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है। पवनपुत्र हनुमान का नाम लेने भर से सभी प्रकार के कष्टों का निवारण हो जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो इस बार हनुमान जयंती 30 मार्च को शाम 7:35 बजे से 31 मार्च को शाम 6 बजे तक है। लेकिन उदया तिथि होने के कारण इस साल 31 मार्च को हनुमान जयंती मनाई जाएगी। साम 6 बजे तक पूजा किया जाना शुभ रहेगा। ऐसा माना गया है कि 31 मार्च की रात्रि को हनुमानजी की पूजा करने से विशेष फल मिलता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि पूर्णिमा की रात्रि में हनुमानजी का जन्म हुआ था। हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा या सुन्दरकांड का पाठ करना अच्छा माना गया है।

बजरंग बली की पूजा में न भूलें यह 3 नियम

हनुमानजी ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले हैं। इसलिए कहा जाता है भगवान बजरंग बली की पूजा में खास 3 नियमों का पालन करना जरूरी है। यह 3 नियम निम्न प्रकार से है ….

1. नमक का सेवन न करें
अगर आप हनुमान जयंती के दिन अगर व्रत रखते हैं तो इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। इसकी वजह है, हनुमानजी के व्रत मीठे रखे जाते हैं इसलिए भूलकर भी नमक नहीं खाना चाहिए। एक और बात, जो भी वस्‍तु दान दें—विशेष रूप से मिठाई—तो उस दिन स्‍वयं मीठे का सेवन ना करें।

2. काले रंग के वस्त्र न पहनें
अगर हनुमान जयंती पर व्रत रख रहे हैं तो पूजा में काले रंग के वस्त्र न धारण करें। हनुमानजी की पूजा लाल रंग या पीले रंग के कपड़े पहनकर करनी चाहिए।

3. शुद्धता का ध्यान रखें
हनुमान जी की पूजा में साफ और शुद्धता का खास ध्यान रखना चाहिए। ब्रह्मचर्य का पालन करें। अगर भगवान का प्रसाद बनाएं तो नहा-धोकर पवित्र मन से बनाएं।

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