राजस्थान में एक बार फिर गुर्जरों का आंदोलन शुरू हो चुका है। कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का सरकार को दिया अल्टीमेटम खत्म होने के साथ ही बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग सवाई माधोपुर के पास मलारना रेलवे ट्रैक पर जमा होना शुरू हो गए हैं।

इस दौरान मीडिया से बातचीत में कर्नल बैंसला ने स्पष्ट किया है कि वे अब रेलवे ट्रैक से हटने वाले नहीं हैं, और ना ही वे लोग अब सरकार से वार्ता के लिए कहीं जाएंगे। उन्होंने इस दौरान कहा है कि सरकार 5प्रतिशत आरक्षण लेकर यहीं आ जाए। वहीं, सीएमओ में गुर्जर आंदोलन को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की गई है। साथ ही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार की ओर से केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर पुलिस की 40 अतिरिक्त टुकड़ियों की मांग की गई है। जिससे किसी भी तरह की विकट स्थिति से निपटा जा सकें।

सरकार का मौन, गुर्जरों का रोष…

5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर प्रदेशभर के गुर्जर सड़कों और रेलवे ट्रैक पर जमा हो गए हैं। इसके चलते रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनों को रोक दिया है। कर्नल बैंसला के साथ बड़ी संख्या में गुर्जर दिल्ली मुम्बई ट्रैक मलारना स्टेशन पर जमा हो गए हैं। गुर्जरों से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया है कि कर्नल साहब के आगामी आदेश तक हम लोग यही पर रहेंगे, और अब हमारी लड़ाई आर—पार की है।

वहीं, गुर्जर आरक्षण आंदोलन शुरू होने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जरों से शांति की अपील की और कहा कि राज्य सरकार की ओर से सभी शर्ते पहले ही मान ली गई है। अब ये मामला केन्द्र सरकार का है। मामला केन्द्र का है या राज्य का, ये तो कर्नल और सरकार से बेहतर कोई नहीं जानता। हां, इन सब बातों का प्रदेश के आमजन पर नकारात्मक प्रभाव जरूर पड़ने वाला है। सरकार की ओर से जल्द ही कोई हल नहीं किया गया तो, हो सकता है एक बार फिर राजस्थान आरक्षण की आग में जलता नजर आएगा।

गौरतलब है कि आज सुबह गुर्जरों के अल्टीमेटम के बाद गहलोत सरकार के मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला से फोन पर बात कर आंदोलन को शुरू नहीं करने की बात सरकार की ओर से रखी थी जिसे कर्नल न साफ तौर पर इनकार कर दिया था।

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