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देश का पहला राज्य होगा जहां होंगी 4 टेस्टिंग लैब, एक जयपुर में पहले से मौजूद…

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दवा माफियाओं पर शिकंजा कसने और आमजन को बेस्ट क्वालिटी की दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जल्द ही प्रदेश में 3 नई ड्रग टेस्टिंग लैब खुलने जा रही है। तीनों लैब खुलने के साथ ही राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा जहां 4 टेस्टिंग लैब है। आपको बता दें कि एक टेस्टिंग लैब प्रदेश की राजधानी जयपुर में पहले से ही मौजूद है। राज्य के सभी जिलों से सैम्पल यहीं लाए और टेस्ट किए जाते हैं। इस लैब पर बढ़ते भार के चलते ही तीन नई टेस्टिंग लैब खोलने का फैसला लिया गया है।

प्रदेश में तीन लैब बनाई गई है। आरएमएससीएल के जरिए उपकरण खरीद प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही ये शुरू होंगी और नकली दवाओं के कारोबार पर रोक लगाना आसान होगा। – डॉ.राजाराम, ड्रग कंट्रोलर, जयपुर

इन 3 जिलों में बनेगी टेस्टिंग लैब

राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर और उदयपुर में नई ड्रग टेस्टिंग लैब खोली जाएंगी। इनकी कुल लागत 17 करोड़ रुपए आएगी। यहां सिविल सहित अन्य सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। अब आरएमएससीएल के जरिए लैब के लिए उपकरण खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। इसी साल नवम्बर माह के पहले सप्ताह तक ये लैब शुरू हो जाएंगी। विभाग में 54 नए डीसीओ की को नियुक्ति देकर सभी स्वीकृत पद भी भरे जा चुके हैं। इनके शुरू होते ही नकली दवाओं के साथ क्वालिटी पर काम हो सकेगा।

जयपुर में होती है 4 हजार से ज्यादा सैंपल जांच

प्रदेश में अभी केवल एक औषधि जांच प्रयोगशाला जयपुर में है। यहां हर साल चार हजार से अधिक सैंपल की जांच होती है। भार अधिक होने से सैंपल जांच रिपोर्ट आने में 6 से आठ महीने तक का समय लग जाता है।

पिछले तीन सालों में 724 सैंपल फेल

इस समय प्रदेश में 40 हजार से अधिक दवाईयों के हॉल सेलर मौजूद हैं। 200 से अधिक दवा कंपनियां काम कर रही हैं। एक इंस्पेक्टर एक माह में 6 सैंपल उठाता है। रिकॉर्ड की बात करें तो वर्ष 2015-16 में विभाग ने 4152 सैंपल उठाए जिनमें से 197 अमानक मिले। 2016-17 में 4181, 2017-18 में 4149 और 2018-19 में अभी तक 677 सैंपल लिए हैं जिनमें से क्रमश: 182, 300 व 45 सैंपल फेल हुए हैं।

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