आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बाद कुल 1 हजार 211 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से ज्यादातर शिकायतों का हुआ निस्तारण

राज्य में होने वाले विधानसभा आम चुनाव-2018 में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बनाए ‘सी विजिल‘ एप शिकायतों के समाधान का बेहतरीन जरिया बनता जा रहा हैै। एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का तुरंत समाधान किया जा रहा है। ‘सी-विजिल‘ किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है। आमजन इस एप का इस्तेमाल करके कदाचार की घटना को भेज सकता है। 100 मिनट की समय सीमा में अधिकारीगण समस्या का निस्तारण करेंगे। इस एप की सबसे खास बात यह है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। कोई भी व्यक्ति एन्ड्रॉयड आधारित ‘सी-विजिल’ एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है।

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सी विजिल पर आदर्श आचार संहिता की सबसे ज्यादा शिकायतें 273 भरतपुर से प्राप्त हुईं। वहीं सबसे ज्यादा कार्यवाही कोटा जिले के रिटर्निंग ऑफिसर्स ने जिन्होंने 222 शिकायतों का निस्तारण किया गया। इस एप के माध्यम से अधिकतम सौ मिनट की समय सीमा में प्राप्त शिकायतों का समाधान किया जा सकता है।

अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम ने बताया कि जुलाई माह में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ‘सी-विजिल‘ मोबाइल एप लॉन्च किया था। विधानसभा चुनाव में यह एप खासा मददगार साबित हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के लागू होने से आज तक कुल 1 हजार 211 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से रिटर्निंग ऑफिसर ने 723 शिकायतों को सही पाया और उनका तय समय सीमा में निस्तारण किया गया। वहीं 339 शिकायतें रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा खारिज की गई, जबकि 17 शिकायतें अभी जांच दलों और रिटर्निंग ऑफिसर्स के द्वारा निर्णय के लिए लंबित हैं। शेष 132 शिकायतों को जिला नियंत्रण कक्ष की टीम ने अपने स्तर पर खारिज कर दी। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अब तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर पर्याप्त सबूतों के अभाव में कड़ी कार्रवाई से बच जाते थे। शिकायत के सत्यापन में तस्वीर या वीडियो के रूप में दस्तावेजी साक्ष्य की कमी भी बाधा थी। नया एप इन सभी खाइयों को पाटने का काम कर रहा है।

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