जयपुर। राजस्थान में मूंग खरीद के नाम पर एक बार फिर किसानों को तारीख बढ़ाने का आश्वासन दिया जा रहा है। एक तरफ जहां प्रदेशभर के किसान समर्थन मूल्य पर मूंग खरीद के लिए सरकार की तरफ टकटकी लगाए बैठे हैं वहीं दूसरी ओर गहलोत सरकार खजाना खाली होने का बहाना बना रही है। बुधवार को यह मामला विधानसभा में भी खूब गरमाया, जब भाजपा विधायकों ने किसानों की मांग को उठाते हुए कांग्रेस सरकार को घेरने का प्रयास किया। इस दौरान सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि हमने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर मामले से अवगत करा दिया है। ऐसे में केन्द्र सरकार से पैसा आते ही किसानों को मूंग खरीद का भुगतान कर दिया जाएगा।

केन्द्र को पत्र लिखना ही सभी समस्याओं का समाधान

विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से कई तरह के वादे किए थे। जिन पर विश्वास कर जनता ने कांग्रेस को आशीर्वाद भी दिया और सत्ता भी। लेकिन अब सरकारी चकाचौंध में सत्ता पक्ष विकास की रीढ़ कहे जाने वाले अन्नदाता को ही भूल गई है। मामला चाहे किसान कर्जमाफी का हो या फिर युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का। समर्थन मूल्य पर मूंग खरीद का हो या फिर कर्मचारी वर्ग के वेतन का। गहलोत सरकार के मंत्री हर सवाल का एक ही रटा-रटाया जवाब दे रहे हैं – केन्द्र को पत्र लिख दिया है, पैसा आएगा तब काम कर देंगे। क्या कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा था कि हम वादे पूरे करने के लिए केन्द्र को पत्र लिखेंगे और वहां से बजट मिलते ही काम कर देंगे।

विधानसभा में भी गरमाया मुद्दा

किसानों से समर्थम मूल्य पर मूंग खरीद का मुद्दा बुधवार को विधानसभा में भी उठा। मामले पर पक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए खुद को किसानों का हितैषी बताया। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाल के जवाब में कहा कि हम किसानों का सम्पूर्ण कर्ज माफ करने के वादे पर अडिग हैं। किसी भी हालत में यह कर्जा माफ करेंगे। इसके अलावा जल्द ही मूंग खरीद का आश्वासन भी गहलोत ने दिया।