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आम सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे।
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आम सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे।

मुझे महिला होने का गर्व है। मैं महिला होने के नाते महिलाओं की तकलीफ को समझती हूं। इसलिए सबके साथ-साथ मेरा फोकस विशेषतौर पर महिलाओं की तरक्की पर भी रहता है। यह कहना है राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का। राजे सोमवार को फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़ और सीकर में आयोजन राजस्थान गौरव यात्रा में जनसभाओं को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मैंने महिलाओं के लिए जो योजनाएं शुरू की है, वह जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक महिलाओं को आत्म निर्भर बना रही है।

महिलाओं को मुखिया बनाने के लिए भामाशाह योजना शुरू की

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि महिलाओं को घर का मुखिया बनाने के लिए हमने भामाशाह योजना शुरू की। हमारी बेटियों की तरफ कोई आंख उठाकर न देखे इसलिए हमने 12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म करने पर फांसी की सजा का कानून बनाया। अब तक 3 आरोपियों को यह सजा सुना दी गई है। राजश्री योजना में बेटी को लक्ष्मी का रूप मानकर जन्म से लेकर लगातार सरकारी स्कूल में 12वीं कक्षा पास करने तक उसे 50 हजार रुपए हमारी सरकार देती है। अगर स्कूल दूर है तो साइकिल-स्कूटी और विवाह के लिए 55 हजार रुपए देकर महिला को सशक्त किया जा रहा है। महिला परित्यक्ता, विधवा, दिव्यांग और वृद्धा है तो उसे पेंशन दी जा रही है। पालनहार योजना में बच्चों को पालने के लिए 1 हजार रुपए तक प्रति बच्चा हर माह दिये जा रहे हैं।

हिमाचल का मीठा पानी देने का वायदा निभाया

मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि हमने 900 करोड़ रूपये की योजना के माध्यम से लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर को हिमालय का मीठा पानी देने का वादा पूरा किया है। धन्नासर से रतनगढ़ होते हुए लक्ष्मणगढ़ तक पाइपलाइन बिछाने सहित विभिन्न कार्य पूरे हो चुके हैं। कुछ ही दिन में लक्ष्मणगढ़ और आस-पास के 164 गांवों को हिमालय का पानी मिलने लगेगा। अगले चरण में पाइपलाइन का काम पूरा कर फतेहपुर तक भी पानी पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिसम्बर 2018 तक परियोजना में शामिल सभी गांव-कस्बों को पानी मिल जाएगा।

शहीदों का सम्मान भत्ता दोगुना किया

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने सीकर सहित पूरे शेखावाटी के शहीदों को श्रृद्धांजलि देते हुए कहा कि इन शहीदों से ही इस धरती की पहचान है। शहीदों को श्रृद्धांजलि देने के लिए हमने 15 अगस्त, 1947 के बाद हुए शहीदों के आश्रितों को भी सरकारी नौकरी देने के नियम बनाए। पूर्व सैनिकों को राज्य सेवाओं में 5 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ-साथ शहीदों के परिवारों के सम्मान भत्ते को दोगुना किया। उन्होंने कहा कि हम सीकर जिले में महाराव शेखाजी प्रीपरेटरी स्कूल खोल रहे हैं। इस संस्थान का निदेशक ब्रिगेडियर रैंक के सेवानिवृत्त अधिकारी होगा। इससे हमारे छात्रों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में प्रवेश के लिए तैयारी करने का बेहतर अवसर मिलेगा।

सीकर में अगले साल मेडिकल कॉलेज शुरु

राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश में डॉक्टरों की कमी पूरी करने के लिए पांच साल में सात मेडिकल कॉलेजों की सौगात दी हैं। जिनमें से 5 मेडिकल कॉलेजों में कोर्स शुरू हो चुके हैं और सीकर में अगले वर्ष से मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएगा। परियोजना में शामिल सभी गांव एवं कस्बों तक पानी पहुंचा दिया जाएगा।

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