teej

देश भर में तीज-त्योहार की धूम चल रही है। राजस्थान में पारंपरिक त्योहारों को बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है और यहां के लोगों में इन त्योहारों क लिए एक अलग स्तर का क्रेज होता है। राजस्थान में तीज एक बड़ा फेस्टिवल है, राजधानी जयपुर सहित यह पूरे राजस्थान में बड़ी श्रृद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। राजधानी जयपुर में हर साल तीज फेस्टिवल का मेला लगाया जाता है तथा तीज की सवारी निकाली जाती है जिसमें प्रदेश शहर को उत्साह देखते ही बनता है। इस बार शहर के मध्य स्थित ताल-कटोरा मैदान में तीज का मेला आयोजित किया जा रहा है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी प्रदेशवासियों और खासकर प्रदेश की महिलाओं को तीज की बधाई और शुभकामनाएं दी है।

मुख्यमंत्री राजे ने दी हरियाली तीज की शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थानवासियों को हरियाली तीज के अवसर पर विशेषकर महिलाओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि हरियाली तीज आस्था, प्रेम, सौंदर्य व उमंग का त्यौहार है। यह पर्व महिलाओं की सांस्कृतिक मान्यताओं का प्रतीक है। साथ ही यह दिन परिवार संस्था में भारतीय जनमानस के अटूट विश्वास को और अधिक प्रगाढ़ता प्रदान करने का पर्व है। राजे ने इस पर्व पर सभी प्रदेशवासियों का आह्वान किया है कि वे पर्यावरण सुरक्षा के लिए कम से कम एक-एक वृक्ष जरूर लगाएं।

तीज पर्यावरण का लाती है संदेश

हरियाली ताज सावन महीने में आती है। तीज को भगवान शिव और माता पार्वती के रूप में भी देखा जाता है। चुंकि इस दिन गांवों में महिलाएं पेड़ों के झुले डालकर झुले झुलती है ऐसे में तीज हरियाली और पर्यावरण का विशेष संदेश लाती है। सावन में मानसून की अच्छी बारिश होती है और इस बारिश में पेड़ लगाने से हरियाली औऱ पर्यावरण को बचाया जा सकता है। मुख्यमंत्री राजे ने  बी पर्यावरण को बचाने की अपील ही है। तीज ऐसा त्योंहार है जिसमें पेड़ लगाने से सभी को खुशी मिलती है और चारों तरफ हरा-भरा सकारात्मक माहोल होता है।