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BJP government in Rajasthan is a banyan tree: Amit Shah.

राजस्थान के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी को प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए हुए पांच दिन हो चुके हैं लेकिन, अभी तक संगठन द्वारा प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा नहीं की गई है। नए अध्यक्ष के नाम को लेकर गुरुवार को दिनभर अटकलों और चर्चाओं का दौर चलता रहा। दिल्ली से लेकर जयपुर तक चली अलग-अलग बैठकों के कारण कयास बनते-बिगड़ते रहे। हालांकि नए अध्यक्ष के नामों की सूची में संघ के नजदीकी और केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री व जोधपुर से सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि शेखावत के नाम पर अभी आधिकारिक मुहर लगना बाकी है, लेकिन उनकी ताजपोशी लगभग तय मानी जा रही है। राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव इस कोशिश में लगे हुए हैं कि गजेन्द्र सिंह शेखावत के नाम पर सबकी सहमति बन जाए।

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File-Image: शनिवार को अमित शाह कर सकते हैं राजस्थान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा.

अमित शाह के कर्नाटक दौरे से लौटने के बाद होगी नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा

राजस्थान बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम की घोषणा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह करेंगे। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह इनदिनों कर्नाटक के दौरे पर हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उनके शनिवार को वापस दिल्ली लौटने के बाद ही राजस्थान के नए अध्यक्ष की घोषणा होगी। शाह शनिवार को दिल्ली लौटने वाले हैं और शनिवार को ही गजेंद्र सिंह शेखावत भी ग्रीस दौरे से दिल्ली लौट रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर तय माना जा रहा है। अगर अंतिम समय में कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा शनिवार को हो जाएगी। इस बीच, भाजपा संगठन में दिल्ली से लेकर जयपुर तक नेताओं की बैठकों में नए अध्यक्ष के नाम को लेकर सियासी समीकरणों पर पड़ने वाले असर को लेकर विचार-मंथन चला।

शेखावत अगर अध्यक्ष बनते हैं तो वे शेखावाटी के चौथे नेता होंगे जो कमान संभालेंगे

केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत अगर अध्यक्ष बनते हैं तो वे शेखावाटी क्षेत्र के चौथे नेता होंगे जो पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के रूप में कमान संभालेंगे। इससे पहले रहे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्षों में से तीन शेखावाटी से ही थे। बता दें, शेखावत की कर्म भूमि जोधपुर रही है, लेकिन उनकी जन्मभूमि शेखावाटी ही है। गजेन्द्र सिंह का जन्म शेखावाटी क्षेत्र के सीकर जिले के महरोली गांव में हुआ था। जनसंघ के बाद जब भाजपा ने मूर्त रूप लिया तब भी पहली बार प्रदेश की कमान शेखावाटी के जगदीश माथुर के ही हाथ रही। वे 1980-81 में पार्टी के पहले प्रदेशाध्यक्ष बने। उनके बाद फिर पार्टी की कमान शेखावाटी को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले हरिशंकर भाभड़ा के हाथ में आई। हरिशंकर भाभड़ा 1981 से 1986 तक बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पर पर रहे। गौरतलब है कि भाभड़ा मूलत: नागौर जिले के डीडवाना से हैं, लेकिन उनकी कर्मभूमि शेखावाटी क्षेत्र के चुरू की रतनगढ़ विधानसभा क्षेत्र रहा है।

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इसके लंबे अंतराल के बाद 2006 में एक बार फिर पार्टी की कमान संघ पृष्ठभूमि के चूरू के डॉ. महेश चन्द्र शर्मा को सौंपी गई। महेश चन्द्र शर्मा 2008 तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहे। अब उसके बाद पार्टी की निगाह अब एक बार फिर शेखावाटी की धरती पर जन्मे और वर्तमान में जोधपुर से सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत पर है।