anandpal-singh

गैंगस्टर आनंदपाल की मौत के 25 दिन बाद राज्य सरकार और राजस्थान के राजपूत समाज के बीच चल रहा टकराव आखिर समाप्त हो गया है। मंगलवार को राजस्थान सरकार के प्रतिनिधियों और राजपूत समाज के नेताओं के बीत सचिवालय में वार्ती हुई। राज्य सरकार की और से वार्ता में सकारात्मक रवैया अपनाते हुए राजपूत समाज की सभी मांगों पर सहमति जताई है। राज्य सरकार की ओर से गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया, पंचायती राज मंत्री राजेंद्र राठौड़ और विधायक अशोक परनामी ने राजपूत समाज के नेताओं से बाचतीच कर आनंदपाल मामले का हल निकाला। राज्य सरकार ने आनंदपाल मामले में की जा रही राजपूत समाज की 7 मांगों को मान लिया है और राजपूत समाज ने आगामी 22 जुलाई को प्रदेश में होने वाले आंदोलन को वापस ले लिया है। साथ ही समाज ने राज्य सरकार का शांतिपूर्वक सहयोग करने के लिए आभार जताया।

आनंदपाल मौत की जांच CBI से करवाने की अनुशंसा करेगी सरकार

राज्य सरकार ने आनंदपाल में समाज की और से की जा रही सात मांगों को पर अपनी सहमति जाहिर की है। प्रदेश सरकार अब सीबीआई को पत्र लिखकर जांच करने की अनुशंसा करेगी साथ ही आनंदपाल की बेटी का भारत आने में भी राज्य सरकार सहयोग करें। सूबे के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि आनंदपाल मामले में सरकार सीबीआई से जांच की अनुशंसा करेगी इसके बाद सीबीआई जांच करें या नही करें इसके लिए सीबीआई के विवेक पर निर्भर करता है। कटारिया ने बताया कि आनंदपाल की बेटी के खिलाफ भी दर्ज मामलों को वापस लेगी और उसे गिरफ्तार नही किया जाएगा।

इन मांगों पर भी सरकान से बनी सहमति

राजस्थान सरकार के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार और राजपूत समाज के बीच करीब 7 मांगों को लेकर आपसी सहमति बनी है। कटारिया ने बताया कि राज्य सरकार ने सांवराद में 12 जुलाई को हुई हिंसा में मारा गया मालासर का सुरेंद्र सिह के परिवार को नौकरी और मुआवजें की मांग भी मान ली है।  इसके अलावा राज्य सरकार ने सांवराद में हुई हिंसा में जिन लोगों के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किए थे उन पर द्वैषता पूर्वक कार्रवाई नही करने की बात पर भी अपनी सहमति दी है। राज्य सरकार ने आनंदपाल की बेटी चीनू के भारत आने में किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई उत्पन्न नही करेगी। राजपूत समाज ने मालासर स्थित श्रवण सिंह के परिजनों पर राज्य सरकार नजरबंदी ना रखने की मांग की थी जिस पर सहमति बनी है। राजपूत समाज के नेताओं ने घटना में घायल कमांडो सोहन सिंह के परिजनों से मिलने की भी सहमति मांगी है इसके अलावा सांवराद में हुई हिंसा में घायल और मृतकों को उचित मुआवजा देने की मांग पर भी सहमति जताई है।

सरकार ने बनाया शांतिपूर्व वातावरण

राजपूत समाज के नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार ने इस माहोल में प्रदेश का वातावरण शांतिपूर्ण बनाएं रखा जिसके लिए पूरा राजपूत समाज सरकार का आभार व्यक्त करता है। गृह मंत्री कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार ने राजपूत समाज का हमेशा सहयोग किया है और आगे भी राज्य सरकार प्रदेश में शांति का वातावरण बनाएं रखेंगी।